Chinese Ambassador warns British MPs: ब्रिटेन (Britain) में चीन के राजदूत (Chinese Ambassador) झेंग झेगुआंग (Zheng Zeguang) ने ब्रिटिश सांसदों (British MPs) से ताइवान (Taiwan) का दौरा नहीं करने के लिए चेतावनी दी है. चीनी राजदूत ने कहा कि ब्रिटिश सांसदों की ताइवान यात्रा चीन के अंदरूमी मामलों में दखल मानी जाएगी. उन्होंने कहा कि इससे चीन-ब्रिटेन संबंधों (China-UK Relations) पर गंभीर असर पड़ेगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक, झेंग ने कहा, ''हम चीन-यूके संयुक्त विज्ञप्ति का पालन करने का आह्वान करते हैं.'' चीनी राजदूत ने ब्रिटिश सांसदों से कहा, ''ताइवान मुद्दे की अत्यधिक संवेदनशीलता को कम नहीं आंकें और अमेरिका (America) के नक्शेकदम पर न चलें."


ब्रिटेन के हाउस ऑफ कॉमन्स की विदेशी मामलों की समिति इस साल नवंबर या दिसंबर की शुरुआत में ताइवान की यात्रा की योजना बना रही है. झेंग ने इसी को लेकर चेतावनी दी है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ऋषि सुनक और लिज ट्रस चीन पर सख्त रुख दिखा चुके हैं. सुनक और ट्रस के चीन को लेकर दिए गए बयानों पर झेंग ने कहा कि ब्रिटिश राजनेता द्विपक्षीय संबंधों के मूल सिद्धांतों के बारे में यथार्थवादी रहें. हालांकि झेंग की चेतावनी को लेकर ब्रिटेन की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.


यह भी पढ़ें- Explained: ड्रैगन की क्या है 'वन चाइना पॉलिसी' और ताइवान के साथ कैसा है बीजिंग का संबंध


इस वजह से आक्रामक है चीन


बता दें कि अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने चीन की धमकियों के बावजूद ताइवान की यात्रा की. इससे चीन बौखलाया हुआ है. चीन अमेरिकी राजदूत को तलब कर अमेरिका को अंजाम भुगतने की धमकी दी है. चीन ने पेलोसी की ताइवान यात्रा के कदम को चीन ने शांति और स्थिरता के लिए खतरा बताया है. चीन का आक्रामता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि नैंसी पेलोसी के ताइवान में कदम रखने के कुछ ही देर बाद उसने चार दिवसीय युद्धाभ्यास की घोषणा कर दी.


यह भी पढ़ें- Explained: चीन के लिए क्यों सिरदर्द बनी हैं नैंसी पोलेसी, जानें किस बात का है डर