Chinese Balloon India: क्या चीन जासूसी गुब्बारे से दागेगा 'हाइपरसोनिक मिसाइल', भारत के लिए चिंता, देखें वीडियो
China Vs India: इस वीडियो में देखा जा सकता है कि ड्रैगन की सेना अत्यधिक ऊंचाई पर उड़ने वाले गुब्बारे की मदद से हाइपरसोनिक मिसाइल को दाग रही है.
Will China fire Hypersonic Missile From Spy Balloon: इन दिनों चीन का जासूसी गुब्बारा काफी चर्चा में है. अमेरिका ने हाल ही में चीन का जासूसी गुब्बारा मार गिराया था जिसके बाद ड्रैगन काफी तिलमिलाया हुआ है. इतना ही नहीं चीन के जासूसी गुब्बारे की खबर ने पूरी दुनिया की चिंता बढ़ा दी है. भारत के लिए भी चिंता कम नहीं है क्योंकि अमेरिका द्वारा चीन का जासूसी गुब्बारा मार गिराए जाने के बाद ही एक बड़ा खुलासा हुआ था. खुलासा यह हुआ था कि चीन ने जनवरी 2022 में भारत के अंडमान निकोबार द्वीप समूह के ऊपर से विशाल जासूसी गुब्बारा उड़ाया था. बताया गया कि उस समय भारत की तीनों ही सेनाएं अंडमान निकोबार में युद्धाभ्यास कर रही थीं.
इसी बीच एक और वीडियो वायरल हो रही है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि ड्रैगन की सेना अत्यधिक ऊंचाई पर उड़ने वाले गुब्बारे की मदद से हाइपरसोनिक मिसाइल को दाग रही है. यह वीडियो साल 2018 का बताया जा रहा है.
हालांकि अब अमेरिका और भारत समेत पूरी दुनिया यह सोच रही है कि चीन का यह तकनीक उसे कितना नुकसान पहुंचा सकती है. तेजी से वो अपने हाइपरसोनिक मिसाइल कार्यक्रम को बढ़ा रहा है और यही पूरी दुनिया के लिए चिंता की बात है.
Screenshots from this Douyin short video. pic.twitter.com/XvhnzMhhY7
— dafeng cao (@dafengcao) September 21, 2018
ताजा वीडियो में चीन का अभ्यास नजर आ रहा है. वो हवा में उड़ने वाले गुब्बारे की मदद से हाइपरसोनिक ग्लाइड वीइकल के आकार के पेलोड को गिराने का अभ्यास कर रहा है.
द ड्राइव ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इस तरह के ऊंचाई पर उड़ने वाले गुब्बारे की मदद से हाइपरसोनिक बूस्ट ग्लाइड वीइकल का परीक्षण करना बहुत ही तर्कपूर्ण है और आंकड़े हासिल करने के लिए टेस्टिंग का शानदार तरीका है.
अमेरिका ने मार गिराया चाइनीज बैलून
बताते चलें कि अब 2 दिन पहले ही अमेरिका के एफ-22 फाइटर जेट ने अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन के आदेश पर चीन के एक बड़े गुब्बारे को मिसाइल दागकर गिरा दिया था. अमेरिकी रक्षा अधिकारियों का कहना था कि चीन ने अपना जासूसी गुब्बारा अमेरिका के ऊपर भेजा था. बाद अमेरिका के करारा जवाब देने से चीन तिलमिला गया था.