Chinese Bridge Man: शी जिनपिंग (Xi Jinping) लगातार तीसरी बार चीन की सत्ता पर काबिज होने वाले हैं. चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (Chinese Communist Party) का 20वां अधिवेशन अभी चल रहा है और आने वाले 2-3 दिनों में शी जिनपिंग की एक बार फिर ताजपोश कर दी जाएगी. हालांकि, उनके विरोध में लोगों की आवाज भी तेजी से बुलंद होती दिख रही है. बीते दिनों एक शख्स, जिसको "ब्रिज मैन" के नाम से जाना जाता है, उसने शी जिनपिंग के खिलाफ एक पोस्टर तैयार किया, जिस पर लिखा था - 'नॉट माय प्रेजीडेंट.' शी जिनपिंग के खिलाफ लगाया गया यह पोस्टर सोशल मीडिया की सुर्खियों में बना रहा.


कौन है ब्रिज मैन?


चलिए अब आपको विस्तार से इस घटना और व्यक्ति के बारे में जानकारी देते हैं, जिसने शी जिनपिंग के खिलाफ ऐसा पोस्टर लगाने की हिम्मत की. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शी जिनपिंग के खिलाफ यह पोस्टर चीनी राजधानी में एक ब्रिज (Bridge) पर लगाया गया. ब्रिज पर पोस्टर लगाने वाले इस मिस्ट्री प्रोटेस्टर को "ब्रिज मैन" कहा जाता है. इसकी तुलना "टैंक मैन" से भी की गई है. "टैंक मैन" वही अज्ञात चीनी व्यक्ति है जो तियानमेन विरोध के दौरान टैंकों की एक पंक्ति के सामने खड़ा हो गया था.  






चीन में "ब्रिज मैन" की पहचान जानने के लिए लोग काफी उत्सुक हैं और उसे ऑनलाइन सर्च रहे हैं. इंटरनेट से जुड़े लोगों ने उसकी पहचान एक अकादमिक के रूप में की है और उसके सोशल मीडिया प्रोफाइल को ट्रैक किया है, जिसमें कहा जाता है कि इसमें दो ट्विटर अकाउंट शामिल हैं. चीन के अधिकतर एक्टिविस्ट "ब्रिज मैन" की इस काम के लिए खूब प्रशंसा कर रहे हैं.


मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ब्रिज पर पोस्टर लगाने के बाद विरोध के दौरान ब्रिज मैन ने कई गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया था. इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने उसे पकड़ लिया और एक कार के साथ बांध दिया. चीनी पुलिस ने इस घटना के बारे में कोई भी जानकारी नहीं दी है. हालांकि, इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है.


चीन में सरकार विरोधी प्रदर्शन तेज


ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, लोकतंत्र समर्थन इंस्टाग्राम अकाउंट चलाने वाले VoiceofCN ने कहा कि शी को हटाने के नारे चीन के कम से कम आठ शहरों में सामने आए हैं. इन आठ शहरों में शेन्ज़ेन, शंघाई, बीजिंग और ग्वांगझू के साथ-साथ हांगकांग भी शामिल हैं. VoiceofCN के एक प्रशासक ने यह भी कहा कि समूह को कई जगह नारों की आवाजें सुनने को मिली. वहीं एक और दिलचस्प बात यह है कि ये नारे ज्यादातर बाथरूम के अंदर देखे गए या स्कूलों में नोटिस बोर्ड पर पोस्ट किए गए. चीनी शासन के विरोध में बाथरूम एक महत्वपूर्ण स्थान बन गए हैं, क्योंकि वहां सुरक्षा कैमरे नहीं होते. 


इन शब्दों पर लगा प्रतिबंध


ब्रिज मैन के बीजिंग के पुल पर लगाए बैनर ने पूरी सरकार को हिला कर रखा दिया. यही कारण है कि अब नारों से संबंधित सभी फुटेज और मुख्य शब्दों को चीन के इंटरनेट पर प्रतिबंधित कर दिया गया है. चीन के सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से "बीजिंग रक्षक", "सिटोंग ब्रिज" जैसे शब्दों को हटा दिया गया है. इसके अलावा, बीबीसी के अनुसार "ब्रिज", "साहस" और "हीरो" जैसे शब्दों को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है.


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