बदले की कार्रवाई: चीन ने दुनिया के दूसरे सबसे बड़े देश के नागरिक को दी फांसी की साज़
कनाडा के नागरिक को सजा एक ऐसी घटना के बाद सुनाई गई जब चीनी सरकार ने उनके देश की एक दिग्गज टेलिकॉम कंपनी हुवावे की एक शीर्ष कार्यकारी अधिकारी को पिछले महीने गिरफ्तार किए जाने पर गुस्सा जाहिर किया था.
दालियन: चीन की एक अदालत ने सोमवार को कनाडा के एक व्यक्ति को मादक पदार्थ की तस्करी के आरोप में मौत की सजा सुनाई है. दरअसल व्यक्ति के 15 साल की जेल की सजा को नाकाफी समझा गया और इसे मौत की सजा में बदल दिया गया. अदालत का ये फैसला चीन और कनाडा के बीच राजनयिक तनाव को और गहरा कर सकता है. दालियन के पूर्वोत्तर शहर की एक अदालत ने 36 साल के रॉबर्ड ल्योड शिलेनबर्ग को यह सजा सुनाई. आपको बता दें कि भौगोलिक लिहाज़ से कनाडा दुनिया का दूसरे सबसे बड़ा देश है.
अदालत के मुख्य न्यायाधीश ने कहा, ‘‘अदालत ने आरोपी व्यक्ति के बचाव के सभी तर्कों को खारिज करती है क्योंकि ये तथ्यों के साथ मेल नहीं खाता है." सुनवाई के दौरान अदालत में कनाडा दूतावास के अधिकारी और एएफपी सहित तीन विदेशी संवाददाता मौजूद थे. इस फैसले के बाद शिलेनबर्ग ऊपरी अदालत में अपील कर सकते हैं.
पिछले साल नवंबर में शिलेनबर्ग को 15 साल की सजा और 22,000 डॉलर (15,61,230 रुपए) का जुर्माना लगाया गया था. लेकिन एक अपील के बाद लियोनींग की एक अदालत ने दिसंबर में कहा था कि अपराध की गंभीरता को देखते हुए यह सजा कम है. ये सजा दोबारा से एक दिन तक चली लंबी सुनवाई के बाद सुनाई गई है.
विवाद की जड़ में हैं मेंग वानझोउ
चीनी टेलिकॉम कंपनी हुवावे की सीएफओ मेंग वानझोउकनाडा के नागरिक को सजा एक ऐसी घटना के बाद सुनाई गई जब चीनी सरकार ने उनके देश की एक दिग्गज टेलिकॉम कंपनी हुवावे की एक शीर्ष कार्यकारी अधिकारी को पिछले महीने गिरफ्तार किए जाने पर गुस्सा जाहिर किया था. यह गिरफ्तारी ईरान पर लगाए गए प्रतिबंध के उल्लंघन से संबंधित थी और अमेरिका ने कार्यकारी अधिकारी की प्रत्यर्पन की मांग की थी.
इसके बाद से चीन ने कनाडा के दो नागरिकों को हिरासत में लिया है. इनमें से एक पूर्व राजदूत है और दूसरा बिजनेस कंसल्टेंट था. दरअसल, कनाडा ने चीन की कंपनी हुवावे की सीएफओ को गिरफ्तार कर लिया था और उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित किए जाने की संभावना है. मेंग वानझोउ को ब्रिटिश कोलंबिया के वैंकूवर से 1 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था. अमेरिका मेंग के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है. गिरफ्तारी के बाद चीन ने अपने नागरिक की तुरंत रिहाई की मांग की थी.
गिरफ्तार की गई मेंग कोई आम नागरिक नहीं, बल्कि हुवावे के फाउंडर रेन जेंगफेई की बेटी और कंपनी बोर्ड की डेप्युटी चेयरपर्सन भी हैं. जेंगफेई चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) में इंजिनियर रह चुके हैं. ऐसे में पीएलए के करीब माने जाने वाले जेंगफेई की बेटी को हाथ लगाने की कीमत पश्चिमी जगत को चुकानी पड़ सकती है.
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