LAC Dispute: तवांग झड़प के बाद चीनी विदेश मंत्री बोले- दोनों देश सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध
India-China Border Tension: चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि दोनों देश सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं
![LAC Dispute: तवांग झड़प के बाद चीनी विदेश मंत्री बोले- दोनों देश सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध Chinese Foreign Minister Wang Yi on Tawang Clash said we stand ready to work with India LAC Dispute: तवांग झड़प के बाद चीनी विदेश मंत्री बोले- दोनों देश सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/12/25/46eb971d7365679df9113ce27d7b28411671942140461607_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Wang Yi on Tawang Clash: अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय जवानों और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनाव देखने को मिल रहा है. हालांकि, अब हालात सामान्य होते नजर आ रहे हैं. इस बीच चीन के विदेश मंत्री वांग यी का बड़ा बयान सामने आया है. वांग यी ने कहा है कि भारत और चीन ने राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से संचार बनाए रखा है.
चीन के विदेश मंत्री ने दोनों देशों की ओर से सीमा पर स्थिरता बनाए रखने की बात कही. उन्होंने कहा, "दोनों देश सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. चीन-भारत संबंधों के स्थिर और मजबूत विकास की दिशा में एकसाथ काम करने के लिए हम तैयार हैं."
China and India have maintained communication through diplomatic & military-to-military channels, both countries committed to upholding stability in border areas: China Foreign Minister Wang Yi
— ANI (@ANI) December 25, 2022
(Source: Chinese Foreign Ministry website)
(File Pic) pic.twitter.com/UwDbPTmiFk
सैन्य वार्ता के बाद आया बयान
चीनी विदेश मंत्री का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब भारत और चीन ने कोर कमांडर स्तर की 17वें दौर की वार्ता में दोनों देशों की ओर से सीमा पर शांति बनाए रखने का मुद्दा उठाया गया था. वार्ता के दौरान दोनों देशों ने पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी पर जमीनी स्तर पर सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने पर सहमति जताई थी. यह बैठक 20 दिसंबर 2022 को चीनी क्षेत्र में चुशूल-मोल्दो सीमा मीटिंग प्वाइंट पर आयोजित की गई थी.
जयशंकर ने चीन को दी थी चेतावनी
इससे पहले भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा था कि LAC पर एकतरफा बदलाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा था, "सीमा पर भारतीय सेना की ऐसी तैनाती है जो हमारे पास कभी नहीं थी. यह तैनाती चीनी अक्रामकता का मुकाबला करने के लिए है. भारतीय सेना आज एलएसी पर एकतरफा बदलाव की किसी भी कोशिश का मुकाबला करने के लिए तैयार है. यह भारत सरकार का दायित्व है और भारतीय सेना का कर्तव्य."
LAC पर कनेक्टिविटी बढ़ाने की कोशिश
गलवान झड़प के बाद से ही भारत की ओर से LAC के पास कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए मोबाइल टॉवरों की संख्या में बढ़ोतरी की जा रही है. तवांग झड़प के बाद से इस दिशा में तेजी से काम करने का आदेश दिया गया है. तवांग के उपायुक्त केएन दामो ने बताया कि बीएसएनएल (BSNL) और भारती एयरटेल (India Airtel) ‘कनेक्टिविटी’ में सुधार के लिए 23 नए मोबाइल टावर लगाएंगे. उन्होंने कहा कि पहले सीमावर्ती इलाकों में मोबाइल नेटवर्क नहीं थे लेकिन अब स्थिति बदल रही है.
ये भी पढ़ें- भ्रष्टाचार पर सरकार का बड़ा एक्शन, अश्विनी वैष्णव ने 10 अधिकारियों को दिखाया बाहर का रास्ता
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)