Myanmar Fire: म्यांमार में भड़की हिंसा से चिंतित है चीन, सीमा के पास सेना ने की ट्रेनिंग एक्सरसाइज
Chinese Military Training: म्यामांर बॉर्डर पर बढ़ते तनाव को देखते हुए सीमा पर चीन की ओर युद्ध अभ्यास और प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है. इसका उद्देश्य सीमा के पास स्थिरता और शांति बनाए रखना है.
Myanmar Violence: म्यामांर सामान ले जाने वाले ट्रकों के एक काफिले में आग लगने के बाद से चीन अलर्ट मोड पर है. इस घटना के एक दिन बाद चीन की सेना ने सीमा पर युद्ध प्रशिक्षण गतिविधियां शुरू की हैं. इस बात की जानकारी चीनी सेना ने सोशल मीडिया के जरिए दी है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, म्यांमार की हिंसक घटनाओं को देखते हुए चीन ने सीमा स्थिरता पर बातचीत के लिए म्यांमार से बातचीत भी है. बता दें कि म्यांमार के म्यूज शहर में शुक्रवार को आगजनी और हिंसा की घटनाएं देखने को मिलीं, जिससे चाइना के माथे पर शिकन बढ़ गया है. ऐसे में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के पांच में से एक, दक्षिणी थिएटर कमांड ने वीचैट मैसेजिंग ऐप पर कहा कि प्रशिक्षण का उद्देश्य बलों की युद्ध क्षमताओं का आंकलन करना, सीमा सीलिंग और फायर स्ट्राइक क्षमताओं का परीक्षण करना है.
चीन ने खुद दी युद्ध अभ्यास की जानकारी
वार्षिक ट्रेनिंग प्रोग्राम के मुताबिक, पीएलए दक्षिणी थिएटर कमांड 25 नवंबर से चीन-म्यांमार सीमा पर चीन की ओर युद्ध अभ्यास और प्रशिक्षण आयोजित कर रहा है. चीन के युन्नान की प्रांतीय सरकार की ओर से जारी एक अलग बयान में कहा गया है कि मंगहाई, मैनलिंग और किंगशुइहे गांवों के पास के इलाकों में अभ्यास 28 नवंबर तक चलेगा.
शांति बनाए रखना उद्देश्य
चीन की ओर से कहा गया है कि म्यांमार को अभ्यास के बारे में बताया गया था. चीन सेना के प्रवक्ता ज़ॉ मिन तुन ने कहा कि उनका उद्देश्य सीमा के पास स्थिरता और शांति बनाए रखना है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चीन इसमें शामिल सभी पक्षों से तुरंत गोलीबारी बंद करने और शांतिपूर्ण बातचीत में शामिल होने के लिए आग्रह करता है. उन्होंने सरकारी सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट में कहा कि चीन और म्यांमार के बीच सैन्य संबंध मजबूत हैं और दोनों सेनाओं के बीच सहयोग मैत्रीपूर्ण और विकसित हो रहा है.