यूक्रेन, फिलिस्तीन और सीरिया के बाद क्या अब चीन-अमेरिका में छिड़ेगी जंग! नौसेना से लेकर फाइटर जेट तक सभी तैनात
Chinese Navy around Taiwan : ताइवान के राष्ट्रपति की अमेरिकी क्षेत्र की यात्रा के बाद चीन ने अपने नौसेना और तट रक्षक बल की कई टुकड़ियों को ताइवान के क्षेत्र में तैनात कर दिया है.
America-China War : दुनिया में अभी कई मोर्चों पर युद्ध जारी है. यूक्रेन, फिलिस्तीन से लेकर सीरिया तक युद्ध के मैदान में खुद को झोके हुए हैं. इसी बीच दुनिया में एक नए युद्ध की आहट आने लगी है. अगर यह युद्ध होता है तो अत्यंत ही भयानक होगा क्योंकि ये युद्ध दो सुपर पावर देशों अमेरिका और चीन के बीच ताइवान को लेकर हो सकता है. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने सोमवार (9 दिसंबर, 2024) को कहा कि चीनी नौसेना और तट रक्षक बल के जहाजों की कई टुकड़ियां ताइवान जलडमरूमध्य और पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र के आसपास के जलक्षेत्र में घूम रही है, जो कि संभावित सैन्य अभ्यास के लिए तैयार हैं.
CNN की रिपोर्ट के अनुसार, ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, “ताइवान के सुरक्षा बलों ने पूर्वी, उत्तरी और दक्षिणी थिएटर कमांड से चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के जहाजों के साथ-साथ ताइवान के क्षेत्र में प्रवेश करने वाले तट रक्षक जहाजों की पहचान की है. चीन की यह सैन्य गतिविधि ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग-ते के एक सप्ताह के दक्षिण प्रशांत दौरे के दौरान हवाई और अमेरिकी क्षेत्र गुआम में अनौपचारिक रूप से रुकने से चीन की नाराजगी भड़काने के कुछ दिनों के बाद हुई है. यह दौरा शुक्रवार (6 दिसंबर) को समाप्त हुआ था.”
किस कारण से आमने-सामने आए चीन और अमेरिका
चीनी अधिकारियों ने ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग-ते की यात्रा का कड़ा विरोध किया है और उन्हें अलगाववादी बताया है. लाई की यात्रा अमेरिका की ओर से ताइवान को नए हथियारों की बिक्री को मंजूरी दिए जाने के बाद हुई. जिसके बाद चीन ने सख्त जवाबी उपाय करने का निर्णय किया.
उल्लेखनीय है कि चीन ताइवान के स्वशासित क्षेत्र को अपना बताती है, हालांकि उसने कभी इस क्षेत्र पर नियंत्रण नहीं किया है. इसके अलावा ताइवान और अमेरिका के बीच अनौपचारिक बातचीत को अपनी संप्रभुता का उल्लंघन मानती है.
ताइवान के अधिकारी ने क्या कहा?
ताइवान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने CNN को बताया कि चीन की नौसेना और तट रक्षक टुकड़ियों की मौजूदा तैनाती इस साल की शुरुआत में द्वीप के आसपास उसके पिछले सैन्य अभ्यासों की तुलना में बड़ी है. उन्होंने कहा, ‘चीन ने पूर्वी चीन सागर से ताइवान जलडमरूमध्य और दक्षिण चीन सागर तक अपने नौसेना के जहाजों की तैनाती की है.’
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