China: चीन और ताइवान के बीच की तल्खी बहुत पुरानी है. आये दिन माहौल गरमाता रहता है, लेकिन ताजा बयान में चीन के तेवर बदले-बदले दिख रहे हैं. चीन के नए प्रधानमंत्री ली केकियांग ने कहा कि बीजिंग को ताइवान के साथ शांतिपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देना चाहिए. हमारा खून का रिश्ता है और हम एक ही परिवार हैं.
रविवार को ताइवान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर चीनी संसद की वार्षिक बैठक में ली केकियांग ने ताइवान के ‘पीसफुल रियुनिफिकेशन’ पर जोर दिया. चीनी पीएम ने कहा कि चीन को भी ताइवान के स्वतंत्रता दिवस का विरोध करने के लिए कदम उठाना चाहिए.
इस दौरान केकियांग ने कहा कि हम एक ही परिवार हैं, ताइवान स्ट्रेट के दोनों किनारों पर हम चीनियों का खूनी संबंध है. हम एक दूसरे से जुड़े हुए हैं. हमें आपसी संबंध बढ़ाने होंगे. हमें ताइवान के साथ आर्थिक और सांस्कृतिक और सहयोग को आगे बढ़ाना चाहिए. जिससे हमारे ताइवान हमवतन का भला हो सके. उन्होंने खुद इस बात को स्वीकार किया कि चीन को ताइवान से सम्बन्ध बेहतर करने के लिए सिस्टम और पॉलिसी में सुधार करना होगा.
बताते चलें कि चीन ने रविवार को वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए पांच प्रतिशत आर्थिक विकास लक्ष्य निर्धारित किया है. पिछले साल चीन की आर्थिक विकास दर केवल तीन प्रतिशत थी. तब चीन सरकार ने 5.5 प्रतिशत का लक्ष्य रखा था. इसके साथ ही केकियांग ने इस वर्ष लगभग 1.2 करोड़ शहरी रोजगार सृजित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जो पिछले वर्ष के लगभग 1.1 करोड़ के लक्ष्य से अधिक है.
चीन-ताइवान विवाद
चीन- ताइवान को अपने देश का हिस्सा मानता है. वहीं, ताइवान खुद को संप्रभु राष्ट्र मानता है. बस इसी बात को लेकर दोनों के बीच दशकों से टकराव जारी है. चीन ने ताइवान पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए 'वन चाइना पॉलिसी' तैयार की है. इसका मतलब है कि चीन एक ही. अगर किसी देश को चीन या ताइवान से राजनयिक संबंध रखने हैं, तो उसके लिए चीन की सरकार से समझौता करना पड़ेगा.
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