Russia-China Relation: चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच शुक्रवार 30 दिसंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंस पर बात हुई. इस दौरान चीनी राष्ट्रपति ने भारत के पीएम मोदी की तरह ही पुतिन को कूटनीतिक समाधान की सलाह देते हुए यूक्रेन के साथ हो रहे युद्ध पर समाधान निकालने पर जोर दिया. रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने इस दौरान कहा कि रूस और चीन का सैन्य सहयोग हमारे दोनों देशों की सुरक्षा और दुनिया के महत्वपूर्ण हिस्सों में स्थिरता को बढ़ावा देता है.


उन्होंने कहा कि जब दुनिया में जियोपॉलिटिकल टेंशन बढ़ रही है, तब हमारी साझेदारी स्थिर होनी चाहिए. चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा हमारे बीच शांति की संभावनाएं हमेशा रहेंगी. चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. इस पर चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि हम रूस और अन्य देशों के साथ व्यवस्थित तरीके से सामान्य यात्रा करने पर जोर देंगे.


रूस के राष्ट्रपति ने क्या कहा?


चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, पुतिन ने कहा कि मौजूदा जटिल और गंभीर अंतरराष्ट्रीय स्थिति में रूस-चीन संबंधों ने विकास की एक अच्छी गति बना रखी है. ऊर्जा, कृषि और बुनियादी ढांचे सहित विभिन्न क्षेत्रों में लगातार सहयोग को लेकर आपसी विकास देखी जा रही है. पुतिन ने कहा कि रूस-चीन संबंधों में मैच्योरिटी और स्टेबिलिटी को और बढ़ाया गया है. दोनों देशों के बीच रणनीतिक तालमेल का महत्व और अधिक हो गया है.


यूक्रेनी अधिकारी कई दिनों से आगाह कर रहे हैं


अमेरिकी ब्रॉडकास्ट सीएनएन के अनुसार फरवरी में रूस-यूक्रेन के बीच लड़ाई शुरू होने के बाद से रूस ने यूक्रेन पर सबसे बड़े मिसाइल हमले किए हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार ये भी बताया गया है कि यूक्रेनी अधिकारी कई दिनों से आगाह कर रहे हैं कि रूस 2022 तक बिजली ग्रिड को बंद करने के लिए चौतरफा हमला करने की तैयारी कर रहा है, जिससे देश अंधेरे में डूब जाएगा.


राष्ट्रपति पुतिन ने दोनों देशों के बीच बातचीत में रूस-यूक्रेन संघर्ष का मुद्दा उठाया और यूक्रेन पर रूस का मौलिक मूल्यांकन किया. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने भी यूक्रेन में चल रही स्थिति को हल करने के एकमात्र साधन के रूप में बातचीत और कूटनीति के लिए अपने आह्वान को रेखांकित कर चुके हैं.


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