China News: चीन में कम्यूनिस्ट पार्टी की 20वीं पार्टी कांग्रेस बैठक खत्म होने के बाद आज राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) सत्ता में अपनी तीसरी पारी और नई टीम के साथ सामने आए. साथ ही यह भी साफ़ हो गया है कि किस तेवर और कलेवर के साथ चीन में कम्युनिस्ट पार्टी राज करेगी जहां राष्ट्रपति शी का शब्द ही शासन है.


पार्टी कांग्रेस की बैठक और सेंट्रल कमेटी की पहली आम बैठक के बाद राष्ट्रपति शी के समेत कुल 7 सदस्य मीडिया कैमरों के आगे पावर वॉक करते हुए सामने आए. ये चीन की शक्तिशाली पोलित ब्यूरो स्टैंडिंग कमेटी का नया चेहरा है. इसमें ली कियांग (Li Qiang), झाओ लेजी (Zhao Leji), वांग हुनिंग (Wang Huning), काई ची (Cai Qi), डिंग शुएशियांग (Ding Xuexiang) और Xi Li शामिल हैं.


पूर्व राष्ट्रपति हु जिन्ताओ को बाहर ले जाने वाला शख्स...


इस टीम में ली कियांग को प्रमुखता से जगह मिली है जो शंघाई के पार्टी पर प्रमुख हैं. मार्च 2023 में मौजूदा प्रधानमंत्री ली कछ्यांग का कार्यकाल खत्म होने के बाद ली कियांग का अगला प्रधानमंत्री बनना तय है. बैठक में रोचक एंट्री डिंग शुएशियांग की है जो चीनी कम्युनिस्ट पार्टी सेंट्रल कमेटी के जनरल ऑफिस प्रमुख हैं. पार्टी कांग्रेस की बैठक में जो शख्स काओ शाओशुन पूर्व राष्ट्रपति हु जिन्ताओ (Hu Jintao) को लेकर बाहर गया वो डिंग का ही मातहत ही. डिंग राष्ट्रपति शी जिनपिंग के विश्वासपात्र माने जाते हैं.


इससे पहले पार्टी कांग्रेस बैठक के अंतिम सत्र में राष्ट्रपति हु जिन्ताओ को दो लोगों की मदद से बाहर ले जाया गया. इसके पीछे भले ही 79 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति के स्वास्थ्य को वजह बताई जा रही हो जो अंतिम सत्र में बने रहने की बात कर रहे थे लेकिन इस बात से इनकार भी नहीं किया जा सकता कि बीजिंग के ग्रेट हॉल ऑफ चाइना से आई इन तस्वीरों के पीछे सत्ता की खींचतान भी हो.


यूथ लीग गुट की अगुवाई की है जिन्ताओ पार्टी ने...


चीन की सत्ता में 2003-2013 तक राष्ट्रपति रहे हु जिन्ताओ पार्टी के CCYL (यूथ लीग) गुट की अगुवाई करते रहे. वहीं शी जिनपिंग पहले पूर्व राष्ट्रपति जियांग जेमिन के शंघाई ग्रुप के सदस्य रहे. हालांकि शी ने सत्ता पर पकड़ मजबूत बनाते हुए भ्रष्टाचार निरोधक मुहिम के तहत CCYL गुट और शंघाई ग्रुप दोनों के चुनिंदा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की. बीते 10 सालों के शी राज में 7.60 लाख पार्टी पदाधिकारियों और सरकारी ओहदेदारों पर कार्रवाई की गई. नई स्टैंडिंग कमेटी, पोलित ब्यूरो और सेंट्रल कमेटी के चेहरों से साफ है कि शी ने अपने वफादारों, फरमाबरदारों और चहेतों को ही जगह दी है.


हालांकि चीन का सत्ता शीर्ष अब भी पुरूष प्रधान ही बना हुआ है. न तो पोलित ब्यूरो स्टैंडिंग कमेटी में किसी महिला को जगह दी गई है और न ही पोलित ब्यूरो में. सेंट्रल कमेटी के लिए चुने गए 205 सदस्यों में भी केवल 11 महिलाओं को शामिल किया गया है.


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