Xi Jinping Russia Visit: रूस की यात्रा पर गए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) के मॉस्को दौरे पर दुनियाभर की निगाहें जमी हैं. जिनपिंग ने एक रूसी अखबार के लिए लेख लिखा, जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी ये यात्रा रूस-यूक्रेन युद्द रोकने के लिए एक 'पीस प्लान' है.
रूसी अखबार में लिखे अपने लेख में जिनपिंग ने कहा कि उनकी इस यात्रा के दौरान चीन के राजनीतिक समाधान के 12 सूत्री प्रस्ताव पर चर्चा हो सकती है. इस प्रस्ताव को जिनपिंग ने पिछले महीने दिया था. चीनी विदेश मंत्रालय ने जिनपिंग के रूस दौरे को दोनों देशों की दोस्ती, सहयोग और शांति की यात्रा करार दिया है.
3 दिवसीय यात्रा पर मास्को पहुंचे हैं जिनपिंग
बता दें कि आज ही (सोमवार 20 मार्च को) शी जिनपिंग मॉस्को पहुंचे हैं, और अब वह पुतिन के साथ बातचीत करेंगे. उसके बाद बुधवार को वह बीजिंग वापस लौटने से पहले एक समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे. जिनपिंग के मॉस्को दौरे के अवसर पर मॉस्को में चीन की मैंडारिन भाषा में पुतिन और शी जिनपिंग की दोस्ती के पोस्टर लगाए गए हैं. साथ ही शी जिनपिंग के स्वागत के बड़े-बड़े होर्डिंग बोर्ड लगाए गए हैं. उनके दौरे के बारे में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग ने सोमवार की अपनी प्रेस ब्रीफिंग में कहा, "दोनों पक्ष (रूस और चीन) वास्तविक बहुपक्षवाद का अभ्यास करेंगे. वे एक बहुध्रुवीय दुनिया का निर्माण करेंगे. साथ ही वैश्विक शासन में सुधार करेंगे और दुनिया के विकास एवं प्रगति में योगदान देंगे.'
रूस से यूक्रेन के खिलाफ जंग रोकने का करेंगे आग्रह
जिनपिंग के रूस दौरे को कई विदेश नीति के जानकार बेहद अहम बता रहे हैं. कहा जा रहा है कि वह रूस से यूक्रेन के खिलाफ युद्ध रोकने का आग्रह कर सकते हैं और ऐसा कर वह खुद को शांतिदूत के तौर पर स्थापित करेंगे. वहीं, उनके दौरे पर अमेरिका का बयान भी आया है. अमेरिका के व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि चीन का खुद को शांतिदूत कहना उन्हें मंजूर नहीं होगा. किर्बी ने कहा, 'यदि ये होता है तो इसका मतलब पुतिन को फिर से तैयार करने, फिर से प्रशिक्षित करने और अपने हिसाब से नए सिरे से योजना बनाने के लिए अधिक समय देना होगा.'