Chinese President Xi Jinping: 'चीन ने किसी भी देश की जमीन के एक इंच...', अमेरिका में जाकर बाइडेन से बोले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग
China-us Relations: आपको बता दें कि फिलहाल अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) समूह की बैठक चल रही है. ये बैठक 11 से 17 नवंबर तक चलने वाली है.
Chinese President On Foreign Land: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) इस वक्त अमेरिका के दौरे पर है. उन्होंने बुधवार (15 नवंबर) को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की थी. इन दोनों देश के प्रमुखों की मुलाकात ऐसे वक्त पर हो रही है, जब दोनों देशों के बीच रिश्ते तनावपूर्ण स्थिति में है. इसी बीच चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने गुरुवार (16 नवंबर) को दावा किया कि उनके देश ने कोई संघर्ष या युद्ध नहीं भड़काया है या एक इंच भी विदेशी जमीन पर कब्जा नहीं किया है.
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने विदेशी जमीनों से जुड़ा बयान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ उनकी बहुप्रतीक्षित वार्ता के कुछ घंटों बाद एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) शिखर सम्मेलन के मौके पर डिनर के बाद दिया. इस दौरान दोनों नेताओं ने एक साल में पहली बार मुलाकात करते हुए तनाव कम करने का वादा किया.
शी जिनपिंग ने किया दावा
शी जिनपिंग ने दावा किया किया कि पीपुल्स रिपब्लिक की स्थापना के बाद से 70 वर्षों या उससे अधिक समय में चीन ने कोई संघर्ष या युद्ध नहीं भड़काया है और न ही किसी भी विदेशी जमीन पर कब्जा किया है. हालांकि, बैठक के दौरान बाइडेन ने शिनजियांग, तिब्बत और हांगकांग सहित चीन के मानवाधिकारों के उल्लंघन पर चिंता जताई. व्हाइट हाउस की रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति बाइडेन ने मानवाधिकारों की सार्वभौमिकता और सभी देशों की अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने की जिम्मेदारी को रेखांकित किया. उन्होंने शिनजियांग, तिब्बत और हांगकांग सहित PRC मानवाधिकारों के हनन के बारे में चिंता जताई.
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद
आपको बता दें कि फिलहाल अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) समूह की बैठक चल रही है. ये बैठक 11 से 17 नवंबर तक चलने वाली है. इसमें शामिल होने के लिए कई देशों के नेता अमेरिका पहुंचे है. इस बैठक के दौरान चीन की कड़ी व्यापार निगरानी और द्विपक्षीय तनाव के बारे में चिंताओं पर गौर किया जा रहा है.
इसके अलावा US-China बिजनेस काउंसिल और US-China संबंधों पर राष्ट्रीय समिति की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में शी की टिप्पणियों पर बारीकी से नजर रखी जा रही है. आपको बता दें कि शी जिनपिंग का बयान ऐसे वक्त आया है, जब भारत और चीन के बीच सीमा विवाद एक विशेष मुद्दा रहा है. साल 2020 में भारतीय और चीनी सैनिक गलवान में भिड़ गए थे. मई 2020 में चीनी सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में LAC पर यथास्थिति को आक्रामक रूप से बदलने की कोशिश की थी.
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