Pak-China Relation: पाकिस्तान के सीपीईसी (CPEC) प्रोजेक्ट के 10 साल पूरे हो गए हैं. इस मौके पर चीन (China) के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ( Xi jinping) ने कहा कि चीन अपने रणनीतिक संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए अपने सदाबहार सहयोगी पाकिस्तान के साथ काम करना जारी रखेगा.


दक्षिण एशियाई देश में क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाने वाली पाकिस्तान में चीन की महत्वाकांक्षी चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) परियोजनाओं की शुरुआत को 10 साल पूरे हो गए हैं. इसी कड़ी में इस्लामाबाद में सोमवार (31 जुलाई) को चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) के 'एक दशक' नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया गया. 


इस दौरान शी जिनपिंग ने कहा कि 60 अरब अमेरिकी डॉलर का CPEC बुनियादी ढांचा कार्यक्रम बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) की एक महत्वपूर्ण अग्रणी परियोजना है.


'CPEC के तहत कई शुरुआती लाभ हुए'


चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगाह को चीन के शिनजियांग प्रांत से जोड़ता है. भारत इसका विरोध कर रहा है क्योंकि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरता है. इस कार्यक्रम में चीन के उपप्रधानमंत्री हे लिफेंग भी मौजूद रहे, जो पाकिस्तान की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं.






न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने जिनपिंग के हवाले से कहा, ‘‘CPEC की वर्ष 2013 में शुरुआत के बाद से चीन और पाकिस्तान व्यापक परामर्श, संयुक्त योगदान और साझा लाभ के सिद्धांत के तहत इसे आगे बढ़ा रहे हैं और इसके तहत कई शुरुआती लाभ हुए हैं.’’


CPEC से जुड़े 6 जरूरी कागजातों पर साइन


CPEC परियोजना की शुरुआत के 10 साल पूरे होने के मौके पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और चीनी उप प्रधानमंत्री ही लीफंग मौजूद रहे. उन्होंने चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) परियोजना के तहत 6 जरूरी कागजातों पर साइन भी किए, जो चीन को सूखी मिर्ची के निर्यात, हाईवे प्रोजेक्ट और इंडस्ट्रियल वर्कर इलेक्ट्रॉनिक प्रोग्राम से जुड़ा हुआ है.



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