अपने ही देश के इस शहर में 2021 के बाद से क्यों नहीं गए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, जानिए क्या है वजह?
Xi Jinping: शी जिनपिंग मंगलवार को शंघाई फ्यूचर्स एक्सचेंज और मेगा-सिटी में संचालित कई टेक कंपनियों का दौरा करेंगे. उनकी यात्रा से पहले सेमीकंडक्टर कंपनियों के शेयरों में तेजी आई है.
Xi Jinping Shanghai Visit: चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग दो साल बाद शंघाई का दौरा करेंगे. स्थानीय मीडिया ने इस बात की जानकारी दी. अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान वह प्राइवेट सेक्टर को लेकर कम होती लोगों की भावना को बढ़ावा देने की कोशिश करेंगे.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने मामले से परिचित लोगों का हवाला देते हुए बताया कि शी मंगलवार (28 नवंबर) को शंघाई फ्यूचर्स एक्सचेंज और मेगा-सिटी में ओपरेट होने वाली कई टेक दिग्गजों कंपनियों का दौरा करने वाले हैं.
रिपोर्ट के अनुसार चीनी राष्ट्रपति अधिकारियों से सीमा पार व्यापार और पूंजी प्रवाह (Capital Flow) को बढ़ावा देने के लिए बाजार उदारीकरण को बढ़ावा देने का भी आग्रह भी करेंगे. बता दें कि 2021 के बाद से यह चीनी नेता की शंघाई की पहली सार्वजनिक यात्रा है.
निवेशकों में बढ़ेगा विश्वास
इस यात्रा से भू-राजनीतिक उथल-पुथल के बीच निवेशकों के विश्वास को फिर से मजबूत करने में मदद मिलेगी. इस यात्रा से भू-राजनीतिक उथल-पुथल के बीच निवेशकों के विश्वास को फिर से मजबूत करने में मदद मिलेगी.
गौरतलब है कि शी ने इस महीने अमेरिका के कैलिफोर्निया में हुई एक आर्थिक शिखर सम्मेलन में विदेशी निवेशकों के लिए निवेश करने के प्रोसेस को आसान बनाने की कसम खाई. इस दौरान उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका के साथ बेहतर संबंध बनाए रखने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ बात की.
सेमीकंडक्टर कंपनियों के शेयरों में तेजी
फिलहाल रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया कि शी जिनपिंग किन कंपनियों का दौरा करेंगे. इस बीच उनकी यात्रा की खबर आने के बाद सोमवार (27 नवंबर) को सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग इंटरनेशनल कॉर्प, हुआ होंग सेमीकंडक्टर लिमिटेड और विल सेमीकंडक्टर कंपनी सहित शंघाई स्थित सेमीकंडक्टर कंपनियों के शेयरों में तेजी आई.
टेक कंपनियां हुईं प्रभावित
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक सालों के बाद हुए नीतिगत बदलावों को विदेशी निवेशकों संदेह से देख रहें है. बदलाव के कारण चीन में विदेशी निवेश 1998 के बाद पहली बार नकारात्मक हो गया है. इससे टेक सेक्टर काफी प्रभावित हुआ और टेक कंपनियों का बाजार अरबों डॉलर कम हो गया.
इस संबंध में जोन्स लैंग लासेल इंक के मुख्य अर्थशास्त्री ब्रूस पैंग ने कहा, "शंघाई फ्यूचर्स एक्सचेंज में चीनी नेता के रुकने से यह पता चलेगा कि वह ऊर्जा सुरक्षा को कितना महत्व देते हैं."
यह भी पढ़ें- China: कोरोना महामारी की तुलना में चीन में फैली नई बीमारी कितनी खतरनाक, जानें WHO ने क्या कहा