Xi Jinping Visits Saudi Arabia: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने 8 दिसंबर को सऊदी अरब के बादशाह और क्राउन प्रिंस से मुलाकात की थी. सऊदी अरब के बादशाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सउद और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (Mohammed bin Salman) ने जिनपिंग का जोरदार स्वागत किया. यूक्रेन में युद्ध के बीच जिनपिंग का सऊदी अरब का दौरा काफी अहम है. दोनों देशों के नेताओं ने यूक्रेन पर युद्ध के चलते रूस पर लगे कड़े प्रतिबंधों के बीच ऊर्जा की लगातार आपूर्ति और पारस्परिक हितों से संबंधित कई अहम मुद्दों पर चर्चा की.
चीन (China) में लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद शी जिनपिंग (Xi Jinping) पहली बार सऊदी दौरे पर हैं. सऊदी अरब ( Saudi Arabia) की उनकी ये यात्रा के कई आर्थिक और सामरिक मकसद हैं.
जिनपिंग का सऊदी अरब दौरा
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रियाद की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान सऊदी अधिकारियों के साथ कई सौदों पर हस्ताक्षर किए. चीन अपनी कोविड-प्रभावित अर्थव्यवस्था को सहारा देना चाहता है. इसके अलावा चीन अपने आर्थिक और राजनीतिक गठजोड़ में विविधता लाने पर भी जोर दे रहा है. दोनों देशों ने वैश्विक तेल बाजारों में स्थिरता के महत्व और उसमें सऊदी अरब की भूमिका की पुष्टि की है.
जिनपिंग ने दिया सऊदी किंग को निमंत्रण
चीन ने वैश्विक तेल बाजारों में संतुलन और स्थिरता के समर्थक के रूप में और चीन को कच्चे तेल के विश्वसनीय प्रमुख निर्यातक के रूप में सऊदी की भूमिका का स्वागत किया. सऊदी स्टेट टीवी अल-एख़बारिया ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद शी जिनपिंग ने सऊदी किंग सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ को चीन की यात्रा के लिए आमंत्रित किया.
किन-किन मसलों पर समझौता?
चीनी स्टेट मीडिया के मुताबिक दोनों देशों के बीच हर दो साल में राष्ट्राध्यक्षों की बैठक आयोजित करने पर सहमति भी बनी है. जिनपिंग ने कहा है कि चीन वैश्विक तौर पर सऊदी अरब को एक महत्वपूर्ण शक्ति के रूप में देखता है और उसके साथ एक रणनीतिक साझेदारी विकसित करने के लिए अधिक महत्व देता है. हाइड्रोजन पर ऊर्जा समझौते पर हस्ताक्षर करने के साथ-साथ सऊदी अरब के महत्वाकांक्षी आर्थिक सुधार एजेंडे, विजन 2030 की बात की गई. दोनों के बीच सौदों में एक पेट्रोकेमिकल परियोजना, आवास विकास और चीनी भाषा का शिक्षण भी शामिल है.
जिनपिंग की सऊदी अरब यात्रा के मायने?
शी जिनपिंग की सऊदी दौरे का मकसद यूक्रेन में युद्ध के मद्देनजर रूस (Russia) पर बढ़ते प्रतिबंध की वजह से अपने देश की ऊर्जा आपूर्ति के लिए संबंध को मजबूत करना है. वहीं, सऊदी अरब एक तरह से अमेरिका (America) को संदेश देने की कोशिश कर रहा है कि वह उसे बंधा हुआ ना समझे. अभी कुछ महीने पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन भी सऊदी अरब की यात्रा पर थे. बाइडन सऊदी को राजी करने गए थे कि वह तेल का उत्पादन बढ़ाए लेकिन उसने ऐसा करने से इनकार किया. उधर, चीन को अपने हथियार भी बेचने हैं और सऊदी को इसकी काफी जरूरत भी है.
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