China Earhquake: चीन के उत्तर पश्चिमी इलाके में सोमवार को आए भूकंप में कम से कम 134 लोगों को मौत हो चुकी है. भूंकप की वजह से 700 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. ये भूकंप गांसु और किनघई प्रांत में आया था. चीनी अधिकारी बता रहे हैं कि पिछले नौ सालों में ये भूकंप सबसे भीषण था.


इसके कुछ घंटों बाद मंगलवार की सुबह नौ बजकर 46 मिनट पर शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र में भूकंप का दूसरा झटका आया. किनघई प्रांत तिब्बत हिमालयी क्षेत्र से सटा हुआ है, जहां महाद्वीपीय प्लेटों के खिसकने की वजह से अक्सर भूकंप आते रहते हैं. सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने बताया कि गांसू में 536 लोग घायल हुए, जबकि किनघई में 182 लोग घायल हुए और 20 लोग लापता हैं. 


'भूकंप से कुछ घंटों पहले चल गया था पता'


समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, चीनी वैज्ञानिकों का दावा है कि उन्हें सोमवार रात आए 6.2 तीव्रता के भूकंप से कुछ घंटे पहले ही इसकी जानकारी मिल गई थी लेकिन वह यह पता नहीं लगा पाए कि वास्तव में भूकंप किस इलाके में आएगा. वैज्ञानिकों ने पहले दावा किया है कि भूकंप की भविष्यवाणी नहीं की जा सकती और यह कब आएगा इसपर भी कोई जानकारी नहीं निकाली जा सकती है, लेकिन चीनी प्रांत शांक्सी के रिसर्चरों ने एक एक ऐसी तकनीक विकसित करने का दावा किया है जिसमें वक्त से पहले भूकंप का अनुमान लग जाता है. 


रिसर्चरों का दावा है कि इस तकनीक के सहारे वे 7.0 या इससे ज्यादा तीव्रता वाले भूकंप के झटके का पूर्वानुमान लगा सकते हैं. 'साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट' अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप किस जगह पर आएगा, इस बारे में पूर्वानुमान लगाने का इन वैज्ञानिकों के पास अभी भी कोई तरीका नहीं है.


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