South China Sea: साउथ चाइना सी में चीन और फिलिपींस की तकरार कम होने का नाम नहीं ले रही है. अब दोनों देशों ने एक दूसरे पर जहाजों में टक्कर मारने का आरोप लगाया है. चीन ने दावा किया है कि फिलपींस की जहाज ने जानबूझकर उसकी जहाज में टक्कर मार दी. चीनी कोस्टगार्ड ने कहा कि उन्होंने फिलिपींस के उन कर्मियों को बचाया है जो विवादित क्षेत्र में चीनी जहाज से टकराने के बाद समुद्र में गिर गए थे. दूसरी तरफ रविवार को फिलिपींस ने चीन के दावों को निराधार बताते हुए कहा कि चीनी जहाज ने फिलिपींस के जहाज में टक्कर मारी.
दरअसल, कुछ महीनों से चीन और फिलिपींस के बीच दक्षिण चीन सागर में तनाव बढ़ गया है. शनिवार को मनीला ने आरोप लगाया था कि चीन ने उसके गश्ती जहाजों पर हाल ही में दो बार फ्लेयर्स दागे हैं. अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण के इस फैसले को नजरअंदाज करते हुए चीन लगभग पूरे साउथ चाइना पर अपना दावा जारी रखा है, जबकि अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण ने कहा था कि चीन के पास इसका कोई कानूनी अधिकारी नहीं है. चीनी कोस्टगार्ड ने कहा कि फिलिपींस ने बार-बार चीन की तरफ से दी गई चेतावनी को नजरअंदाज किया और उसके जहाज में जाकर टक्कर मार दी.
चीन का आदेश नहीं माना फिलिपींस
चीनी कोस्टगार्ड के प्रवक्ता गान यू ने बताया कि यह टक्कर सबीना शोल के पास विवादित समुद्री इलाके में हुई. यह समुद्री इलाका फिलिपींस के पलावन द्वीप से 140 किमी पश्चिम और चीनी भूभाग हैनान द्वीप से करीब 1,200 किमी दूर है. चीनी प्रवक्ता ने कहा कि यह टक्कर तब हुई जब फिलिपींस का एक जहाज नानशा द्वीप समूह में जियानबिन रीफ के पास एक दूसरे जहाज को सप्लाई देने की कोशिश कर रहा था. प्रवक्ता ने कहा कि फिलिपींस के जहाज ने उस समय चीन के आदेशों का पालन नहीं किया.
चीन ने फिलिपींस को दी धमकी
चीनी कोस्टगार्ड प्रवक्ता गान यू ने सबीना शोल और स्प्रैटली द्वीपों के चीनी नाम का प्रयोग करते हुए फिलिपींस को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि फिलिपींस ऐसे सभी कामों को बंद कर दे, अन्यथा इसका गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा. दरअसल, स्प्रैटली द्वीपों पर फिलिपींस भी अपना दावा करता है. फिलिपींस ने कहा कि उसके जहाजों को चीन की तरफ से आक्रामक रवैये का सामना करना पड़ा. जबकि वे फिलिपींस के मछुआरों को डीजल, भोजन और दवाओं की सप्लाई करने के लिए मानवीय मिशन पर थे.
यह भी पढ़ेंः शहबाज शरीफ ने 8 साल बाद पीएम मोदी को क्यों बुलाया पाकिस्तान, जानिए वजह