Chinese Spy Balloon in US Airspace: अमेरिका के आसमान में संदिग्ध स्पाई बैलून दिखाई देने की खबर है. इसे चीन का जासूसी गुब्बारा बताया जा रहा है. पेंटागन का दावा है कि अमेरिकी आसमान में चीनी 'जासूसी गुब्बारा' (Spy Balloon) देखा गया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ये बैलून अमेरिका (America) के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में उड़ता हुआ दिखा है.
पेंटागन का कहना है कि वह अमेरिका के ऊपर चीनी जासूसी गुब्बारों का पता लगा रहा है. चीनी स्पाई बैलून (Chinese Spy Balloon) अमेरिका के जिस इलाके में उड़ता हुआ दिखा है, वहां संवेदनशील एयरबेस (Airbase) और स्ट्रैटेजिक मिसाइलें हैं.
अमेरिका के आसमान में जासूसी गुब्बारा
न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक पेंटागन ने कहा कि वह अमेरिका के ऊपर उड़ने वाले एक चीनी जासूसी गुब्बारे पर नज़र रख रहा था, जो बेहद संवेदनशील परमाणु हथियार स्थलों की निगरानी कर रहा था. एक वरिष्ठ अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने बताया कि सैन्य अधिकारियों ने गुब्बारे को नीचे गिराने पर विचार किया, लेकिन इस डर से ऐसा नहीं किया कि इससे जमीन पर कई लोगों को खतरा हो सकता था.
संवदेनशील जगहों की निगरानी!
बताया जा रहा है कि ये गुब्बारा अमेरिका के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में उड़ता दिखा है, जहां संवेदनशील एयरबेस और स्ट्रैटेजिक मिसाइलें हैं. एएफपी ने एक अज्ञात अधिकारी के हवाले से बताया, "स्पष्ट रूप से इस गुब्बारे का इरादा निगरानी के लिए है. यह अमेरिका के संवेदनशील साइट के ऊपर आसमान में दिखा. ये खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के इरादे से हो सकता है.''
गुब्बारे को अमेरिका ने क्यों नहीं गिराया?
अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कुछ दिन पहले गुब्बारे ने अमेरिकी हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया था. यह मोंटाना के ऊपर था. सैन्य अधिकारियों ने इस पर चर्चा की थी. लड़ाकू विमानों ने गुब्बारे की जांच की. अधिकारी ने कहा कि लोगों की सुरक्षा का ख्याल रखते हुए इस पर कार्रवाई नहीं की गई और इसे न गिराने पर विचार किया गया.
पहले भी भेजा जासूसी गुब्बारा
पेंटागन के प्रवक्ता पैट राइडर ने कहा कि ये गुब्बारा वर्तमान में कमर्शियल हवाई यातायात से काफी ऊंचाई पर है. अधिकारी ने बताया कि इससे पहले भी चीन ने अमेरिका के ऊपर जासूसी गुब्बारे भेजे हैं और इस मुद्दे को बीजिंग के अधिकारियों के सामने उठाया गया है. हमने उन्हें इस मुद्दे की गंभीरता से अवगत कराया और साफ कर दिया कि हम अपनी भूमि में अपने लोगों की सुरक्षा के लिए जो भी जरूरी होगा वह करेंगे.
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