China Spy in UK: चीन जासूसी की हदें पार करता जा रहा है और अब उसने ब्रिटेन की संसद को अपना निशाना बनाया है. पुलिस ने 'ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट' के तहत दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन पर चीन के लिए जासूसी करने का आरोप है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक ब्रिटिश संसद हाउस ऑफ कॉमन्स का रिसर्चर है. उसके पास संसद में आने-जाने के लिए पास था. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि उसके कई कंजर्वेटिव नेताओं के साथ करीबी संबंध थे. 


ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक कंजर्वेटिव पार्टी से ही आते हैं. गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, लंदन की मेट्रोपोलिटन पुलिस के काउंटर टेररिज्म कमांड के अधिकारियों ने 20 वर्षीय रिसर्चर को एडिनबर्ग से गिरफ्तार किया है. ऐसा माना जा रहा है कि आरोपी सुरक्षा मंत्री टॉम तुगेनधाट और विदेश मामलों की समिति की अध्यक्ष एलिसिया किर्न्स का भी बहुत करीबी है. ये दोनों ही नेता सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी से आते हैं और सरकार में अहम पद देख रहे हैं, जिससे चिंता बढ़ गई है.


चीन के खिलाफ बोलने वाले लोग टारगेट


गार्जियन ने एलिसिया किर्न्स के करीबी एक सूत्र के हवाले से लिखा कि अगर जासूसी के आरोप सही पाए जाते हैं, तो ये काफी तनाव बढ़ाने वाली बात होगी. ये दिखाता है कि चीन की चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) जासूसी के लिए किस हद तक जा सकती है. सूत्र ने बताया कि ये तय नजर आ रहा है कि सीसीपी संसद के उन प्रमुख लोगों को निशाना बनाएगी, जो उसके खिलाफ बोलते हैं. टॉम तुगेनधाट और एलिसिया किर्न्स चीन के खिलाफ काफी आक्रामक रहे हैं. 


ऑक्सफोर्डशायर से गिरफ्तार हुआ दूसरा व्यक्ति


पुलिस ने जिस दूसरे जासूस को गिरफ्तार किया है, उसकी उम्र 30 के करीब बताई जा रही है. आरोपी व्यक्ति की गिरफ्तारी ऑक्सफोर्डशायर से हुई है. पूर्वी लंदन में भी एक जगह सर्च ऑपरेशन चलाया गया है. दोनों आरोपियों को साउथ लंदन पुलिस स्टेशन ले जाया गया. पुलिस ने दोनों जासूसो की गिरफ्तारी ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के सेक्शन 11 के तहत की है. इसके तहत देश के खिलाफ किसी भी सूचना को दूसरे मुल्क को देना अपराध माना जाता है. 


पहले भी हुई जासूसी की कोशिश


पिछले साल ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी एमआई5 ने एक सिक्योरिटी एडवाइजरी जारी की थी. इसमें संसद के सदस्यों को चेतावनी दी गई थी कि क्रिस्टिन ली नाम का एक चीनी जासूस राजनीतिक गतिविधियों में हस्तक्षेप कर रहा है. वह ऐसा चीन की सरकार के इशारे पर कर रहा है. हाल ही में ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेन्स क्लेवरली चीन की यात्रा पर गए थे. उनकी यात्रा के ठीक एक हफ्ते बाद जासूसों की गिरफ्तारी हुई है. कंजर्वेटिव पार्टी के नेताओं ने बीजिंग की इस यात्रा पर जेम्स की आलोचना भी की थी. 


यह भी पढ़ें: चीन ने एपल को दिया तगड़ा झटका, जानें किस वजह से आईफोन पर लगाया बैन