कोरोना से ठीक होकर दोबारा संक्रमित होने के बढ़ रहे मामले, चीन-इजरायल-अमेरिका में आए ऐसे केस
विशेषज्ञों का कहना है कि गलत परीक्षण परिणामों या लंबी बीमारी की वजह से दोबारा संक्रमण फैल रहा है. कुछ का कहना है कि ठीक होने के बाद भी वायरस शरीर के कुछ हिस्सों में रह जाता है.
बीजिंग: चीन के जिंगझोउ शहर में एक 68 साल की महिला कोरोना वायरस से उबरने के छह महीने बाद एक बार फिर संक्रमित हो गई. 9 अगस्त को दूसरी बार कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया. इससे पहले 8 फरवरी कोरोना से संक्रमित पाई गई थी और इसी महीने बीमारी से पूरी तरह ठीक भी हो गई थी. महिला को क्वॉरंटीन कर दिया गया है और उनके संपर्क में आने वाले लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है.
ऐसा ही एक मामला महीने भर पहले इजरायल से सामने आया था. एक डॉक्टर ठीक होने के कुछ महीने बाद दोबार कोरोना संक्रमित पाए गए थे. हालांकि, अभी दोबारा किसी के संक्रमित होने का वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित मामले नहीं आए हैं. विशेषज्ञों ने गलत परीक्षण परिणामों या लंबी बीमारी को दोष दिया है. कुछ का कहना है कि ठीक होने के बाद भी वायरस शरीर के कुछ हिस्सों में रह जाता है.
अमेरिका में भी आए हैं ऐसे केस 82 साल के व्यक्ति को दोबारा संक्रमित होने की वजह से अस्पताल में भर्ती होने के मामले का वर्णन करते हुए हाल ही में अमेरिका में 'अ केस रिपोर्ट ऑफ पॉसिबल नोवल कोरोना वायरस 2019 रीइनफेक्शन' नामक रिपोर्ट पब्लिश किया गया था. शख्स को एक हफ्त तक तेज बुखार से पीड़ित होने के बाद अस्पताल के आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया गया था. उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया और फिर अस्पताल में रहने के दौरान उनकी हालत तेजी से बिगड़ गई.
वेंटिलेटर पर लंबे समय तक रखने के बाद डॉक्टर उनका जीवन बचाने में कामयाब रहे लेकिन कुछ समय बाद फिर से बीमार हो गए, जबकि छुट्टी देने से पहले उनका दो बार निगेटिव कोरोना टेस्ट आया था. दूसरी बार उनका इलाज हुआ और फिर पूरी तरह से ठीक हो गए. मेडिक्स ने द अमेरिकन जर्नल ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन में चर्चा की कि यह कैसे संभव है कि शख्स का निगेटिव परीक्षण टेस्ट आया और फिर से बीमार पड़ गया.
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