एक्सप्लोरर
Advertisement
बांग्लादेशी सरकार ने इस्कॉन को बताया कट्टरपंथी धार्मिक संगठन, बैन लगाने पर याचिका दायर, जानें 10 बड़े लेटेस्ट अपडेट
Bangladesh Chinmoy Das Arrest Case: चिन्मय कृष्ण दास प्रभु की गिरफ्तारी के बाद भारत की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर चिंता जताई.
Bangladesh Chinmoy Das Arrest Case: इस्कॉन के संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे है. इसके बाद बांग्लादेश में हिंदुओं और दूसरे धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. चटगांव में हुए हिंसक प्रदर्शनों में एक वकील की मौत भी हो गई है.
चिन्मय कृष्ण दास को बीते सोमवार को शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया था. मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया. हालांकि, उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया.
बांग्लादेश के मौजूदा हालात 10 पॉइंट में
- बांग्लादेश की सरकार ने बुधवार को हाई कोर्ट में इस्कॉन को एक कट्टरपंथी धार्मिक संगठन बताया.बांग्लादेश की मीडिया ने बताया कि एक रिट याचिका की सुनवाई के दौरान अदालत ने सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे अटॉर्नी जनरल मोहम्मद असदुज्जमान से इस्कॉन के बारे में पूछा. इस पर उन्होंने कहा, यह एक धार्मिक कट्टरपंथी संगठन है. सरकार उसकी जांच कर रही है.
- बांग्लादेश के समाचार पत्र 'डेली स्टार' के अनुसार, हाई कोर्ट की जस्टिस फारह महबूब और जस्टिस देबाशीष रॉय चौधरी की बेंच ने सुप्रीम कोर्ट के वकील मोनिरुज्जमान की याचिका पर सुनवाई के दौरान सरकार से पूछा था कि वह इस्कॉन की रैलियों और चटगांव की मंगलवार की घटना समेत उसकी हालिया गतिविधियों के बारे में क्या कदम उठा रही है.
- अदालत ने अटॉर्नी जनरल से गुरुवार को सरकार के कदमों के बारे में जानकारी देने का आदेश दिया है. याचिका में इस्कॉन को बांग्लादेश में प्रतिबंधित करने की मांग की गई थी.
- मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन पर देशद्रोह का आरोप लगा है.चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए. इस प्रदर्शन को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर आंसू गैस के गोले दागे गए और लाठीचार्ज भी किया गया, जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए. गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
- बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास प्रभु की गिरफ्तारी के बाद भारत की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर चिंता जताई. उन्होंने बांग्लादेश सरकार से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है.
- वकील सैफुल इस्लाम की हत्या पर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने इस हत्या की निंदा की है. उन्होंने लोगों से किसी भी अप्रिय गतिविधि में भाग लेने से बचने के लिए अपील जारी की.
- मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अदालत परिसर में हिंसा के बाद चटगांव में तीन हिंदू मंदिरों पर हमला किया हुआ है. इसमें फिरंगी बाजार का लोकोनाथ मंदिर, हजारी लेन का मानसा माता मंदिर और काली माता मंदिर शामिल हैं.
- वकील सैफुल इस्लाम की हत्या के विरोध में ढाका विश्वविद्यालय में भी मार्च निकाला गया. इसमें इस्कॉन विरोधी नारे लगाए गए. हिंदू समूहों ने यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार बंगाली हिंदुओं को निशाना बना रही है.
- इस्कॉन ने इस्कॉन के संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी की निंदा की है और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है. इस्कॉन ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र को बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को बचाने के लिए कदम उठाना चाहिए.
- अमेरिकी अभिनेत्री और गायिका मैरी मिलबेन ने बांग्लादेश में हिंदू धर्म गुरु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी और अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ते हमलों को लेकर कहा, "अब विश्व नेताओं को चिन्मय कृष्ण दास की कैद और बांग्लादेश में चरमपंथियों द्वारा हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ लगातार हमलों पर ध्यान देना चाहिए."
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
IPL Auction 2025
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
विश्व
टेलीविजन
क्रिकेट
Advertisement
राजेश शांडिल्यसंपादक, विश्व संवाद केन्द्र हरियाणा
Opinion