Pakistan: पाकिस्तान के पाकपट्टन शहर में ईशनिंदा के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें एक क्रिश्चियन महिला है, जबकि दूसरा मुस्लिम ही है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दोनों अनपढ़ हैं. दोनों पर आरोप है कि उन्होंने कूड़े में इस्लाम की पवित्र किताब का पन्ना जलाया है. 


टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार ईसाई महिला का नाम मुसरत बीबी है, साथ ही मुहम्मद सरमद को भी गिरफ्तार किया गया है जो स्कूल में माली के रूप में काम करता है. घटना 15 अप्रैल की है. जब दोनों आरोपियों ने एक स्कूल के स्टोररूम की सफाई करते वक्त कागज और अन्य स्क्रैप इकट्ठा कर जला डाला. इसी में उन्होंने इस्लाम की पवित्र किताब का पन्ना जला डाला. इस बात की जानकारी छात्रों ने स्कूल प्रशासन को दिया. जिसके बड़ा दोनों आरोपियों को 19 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया गया. 


घटना के चार दिन बाद हुई गिरफ्तारी 


घटना के चार दिन बाद काशिफ नदीम नाम के शख्स ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. उसने अनपढ़ ईसाई महिला पर स्कूल में पवित्र कुरान के पन्नों को जलाने का आरोप लगाया. इतना ही नहीं, शिकायतकर्ता ने स्कूल के बाहर भीड़ जमा कर घटना का विरोध भी किया. मौके पर पहुंची पुलिस ने ईसाई महिला और स्कूल में कार्यरत माली को हिरासत में लिया  जिसके बाद बवाल शांत हुआ. 


शिकायतकर्ता ने पुलिस को सिर्फ ईसाई महिला के बारे में सूचना दी थी. लेकिन प्रारंभिक जांच के दौरान, पुलिस ने पाया कि माली भी पवित्र कुरान के पन्नों को जलाने में शामिल था, इसलिए पुलिस ने दोनों को प्राथमिकी में नामजद किया.


अल्पसंख्यक अधिकार कार्यकर्ता ने की निंदा 


इस घटना की निंदा करते हुए अल्पसंख्यक अधिकार कार्यकर्ता जोसेफ जानसन ने कहा कि ईशनिंदा कानूनों का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर लोगों के अधिकारों का उल्लंघन करने के लिए किया जा रहा है. . उन्होंने कहा कि धार्मिक अल्पसंख्यक महिलाओं के खिलाफ ईशनिंदा कानूनों के दुरुपयोग के परिणामस्वरूप महिलाएं बाहर जाने और काम करने से डरती हैं. उन्होंने कहा कि सबको पता है कि ईसाई महिला अनपढ़ है. ऐसे में उसकी गिरफ़्तारी इस बात को दर्शाती है कि ईशनिंदा कानूनों का दुरुपयोग किया गया है. 


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