Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. इस बीच पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के सुरक्षा प्रमुख को सीआईडी ने तलब करते हुए उन्हें समन भेजा है. दरअसल, श्रीलंका में पहले तो लोग शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन इस दौरान इन लोगों पर जो हमले किए गए उनके बारे में सुरक्षा प्रमुख का बयान दर्ज किया जाएगा. आपको बता दें कि इसके पहले कहा गया था कि सोमवार को ये हमले राजपक्षे के समर्थकों ने किये थे, जिसके बाद ही हिंसा भड़की थी.


वहीं आपको बता दें कि श्रीलंका में पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के खिलाफ पिछले कई सप्ताह से प्रदर्शन हो रहा था. इसी बीच देश में हिंसा फैलनी शुरू हो गई. इस हिंसा में एक सांसद समेत करीब 8 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों से ज्यादा लोग घायल हुए. श्रीलंका में सरकार का विरोध इस कदर बढ़ गया था कि लोगों ने मंत्रियों और सांसदों के घरों तक को नहीं बख्शा उनके घरों को जला दिया. 






नेताओं के घर जलाने वाले प्रदर्शनकारियों की हुई पहचान
हालांकि अब इन प्रदर्शनकारियों की पहचान हो चुकी है. सरकार का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने श्रीलंका के मोरातुवा मेयर समन लाल फर्नांडो और सांसद महिपाल हेराथ, सनथ निशांत, थिसा कुट्टियाराची, निजम लांजा और रमेश पथिराना  के आवासों में आग लगा दी थी. इन सभी घटनाओं को देखते हुए श्रीलंका के पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और उनके परिवार के लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया.   


राष्ट्रपति ने ट्वीटकर लोगों से एकजुट होने की अपील की
वहीं इस पूरे बवाल के बीच श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ''श्रीलंका के सभी वासियों को एकजुट होकर इस आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक चुनौती से बाहर निकलना है. उन्होंने सभी देशवासियों से नस्लीय और धार्मिक असामंजस्य से बाहर निकलने की अपील की है.''


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