शेख हसीना के सलाहकार ने कहा- भारत अगर बांग्लादेशी नागरिकों के अवैध रूप से रहने का सबूत देता है तो उन्हें वापस बुलाएंगे
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के सलाहकार गौहर रिजवी ने कहा है कि हम बांग्लादेशी नागरिकों को वापस बुलाएंगे लेकिन भारत को इसका सबूत देना होगा.
कोलकाता: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के एक सलाहकार ने कहा कि अगर भारत में किसी भी बांग्लादेशी नागरिक के अवैध रूप से रहने का सबूत दिया जाता है तो उनका देश उसे वापस बुलाएगा. अंतरराष्ट्रीय मामलों पर हसीना के सलाहकार गौहर रिजवी ने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून का मुद्दा भारत का आंतरिक मामला है.
उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को वापस बुलाएंगे लेकिन भारत को इसका सबूत देना होगा.’’ उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में मुस्लिम, हिंदू, ईसाई और बौद्ध शांतिपूर्वक एक साथ रहते हैं.
इससे पहले बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए. के. अब्दुल मोमेन ने भारत से अनुरोध किया था कि अगर उसके पास वहां अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की सूची है तो उसे मुहैया कराए. बांग्लादेश उन्हें लौटने की मंजूरी देगा. भारत की एनआरसी पर एक सवाल के जवाब में मोमेन ने कहा कि बांग्लादेश-भारत के संबंध सामान्य और काफी अच्छे हैं तथा इन पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) पर रिजवी ने कहा, ‘‘भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमें आश्वस्त किया था कि बांग्लादेश के लिए चिंता की कोई बात नहीं है.’’ उन्होंने कहा कि बांग्लादेश ने अनेकवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक समाज बनने का उदाहरण पेश किया है.
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वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हम प्रतिबद्धता से कभी पीछे नहीं हटे हैं.’’ विजय दिवस के अवसर पर कोलकाता आए रिजवी ने कहा कि बांग्लादेश 1971 में भारत की मदद के बिना आजाद नहीं हुआ होता. 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध और बांग्लादेश के निर्माण में पाकिस्तान पर भारतीय सेना की जीत के उपलक्ष में विजय दिवस मनाया जाता है.
रिजवी ने कहा, ‘‘हमारी दोस्ती पिछले 50 वर्षों से है. भारत हमेशा हमारे साथ है और भविष्य में भी रहेगा.’’ उन्होंने कहा कि दुनिया में बहुत कम ऐसे उदाहरण हैं जहां एक देश के लोगों ने दूसरे देश की आजादी के लिए खून बहाया हो.
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