Clashes Between Two Communities in South Sudan: दक्षिण सूडान का पूर्वी जोंगलेई राज्य पिछले कुछ दिनों से काफी हिंसा झेल रहा है. यहां चार दिनों की लड़ाई के दौरान हुई झड़पों में 56 लोगों की मौत हो गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, इस झड़प की शुरुआत 24 दिसंबर को तब हुई जब नुएर समुदाय के युवाओं ने एक अन्य जातीय समूह पर हमला किया था. इसके बाद से दोनों तरफ से लगातार हमले हो रहे हैं. एक स्थानीय अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि अधिकांश हताहतों में नुएर पक्ष के लोग ही हैं. 


24 दिसंबर से शुरू हुई झड़प


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण सूडान के इस क्षेत्र ने वर्ष 2011 में सूडान से स्वतंत्रता प्राप्त की थी. यह क्षेत्र दशकों से खूनी झगड़े, मवेशियों और भूमि को लेकर होने वाले संघर्ष से ग्रस्त है. ग्रेटर पिबोर प्रशासनिक क्षेत्र के एक सरकारी अधिकारी अब्राहम केलांग ने कहा कि सशस्त्र नुएर युवकों ने 24 दिसंबर को गुमुरुक काउंटी और लिकुआंगोले काउंटी में मुरले समुदाय पर हमला करना शुरू कर दिया था. तभी से यह झड़प शुरू हुई. जवाब में मुरले समुदाय ने भी हमला शुरू किया. धीरे-धीरे यह मामला बढ़ता गया और इसने खूनी रूप ले लिया. अब्राहम केलांग की मानें तो ‘सरकार दोनों समुदायों से बातचीत कर रही है और इनकी हरसंभव मदद भी कर रही है. हालांकि, दोनों समुदाय के बीच में लड़ाई अब भी जारी है.’


एक पक्ष के 51 तो दूसरे के 5 लोग मारे गए


सरकारी अधिकारी अब्राहम केलांग ने बताया कि इस झड़प में कुल 56 लोग मारे गए हैं. मारे गए लोगों में से 51 नुएर हमलावर थे जबकि मुरले समुदाय के 5 हमलावर भी मारे गए हैं. पिछले हफ्ते, संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन (UNMISS) ने कहा कि मुरले के खिलाफ संभावित हमले से पहले सशस्त्र नुएर युवाओं को लामबंद किया जा रहा था. UNMISS ने कहा कि यह बातें तनाव और हिंसा में वृद्धि की निगरानी कर रही थीं. फिलहाल प्रभावित क्षेत्रों में और इसके आसपास गश्त तेज कर दी गई है. 


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