नई दिल्लीः अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और न्यूज नेटवर्क सीएनएन के बीच चल रहे विवाद पर पर बड़ी खबर आई है. अमेरिका में संविधान 1788 में बना और उसके 230 साल हो चुके हैं लेकिन पहली बार है कि किसी राष्ट्रपति पर ऐसे मुकदमा किया गया है. व्हाइट हाउस के अपने रिपोर्टर जिम एकॉस्टा का व्हाइट हाउस पास छीने जाने को लेकर अब सीएनएन ने ट्रंप समेत प्रशासन के 6 लोगों पर वाशिंगटन डिस्ट्रिक कोर्ट में मुकदमा कर दिया है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ चार लोगों खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. व्हाइट हाउस ने कहा कि सीएनएन का ये मुकदमा तमाशा है और अपने बचाव के लिए वो बेहद आक्रामक रवैया अपनाएंगे. व्हॉइट हाउस कॉरेस्पॉडेंस असोसिएशन भी जिम एकॉस्टा का साथ दे रही है और उसने एकॉस्टा का पास वापस करने की मांग की है. वॉशिंगटन की डिस्ट्रिक कोर्ट भारतीय समय के मुताबिक आज रात करीब डेढ़ बजे इस पर फैसला सुना सकता है.
सीएनएन ने अपने मुकदमे में तीन मुद्दे कोर्ट के सामने रखे हैं जिसमें व्हाइट हाउस को जवाब देना है-
1 .सीएनएन ने कोर्ट में कहा है कि एकॉस्टा से प्रेस हॉर्ड पास वापस लेना पत्रकारों के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है.
2. व्हाइट हाऊस ने एकॉस्टा का पास गलत तरीके से निरस्त किया है, जो प्रेस की स्वतंत्रता और प्रेस स्वतंत्रता कानून के पहले और पांचवें संशोधन अधिकार का उल्लंघन है.
3. अगर व्हाइट हाउस को चुनौती नहीं दी जाती तो ये सरकार की कवरेज करने वाले किसी भी पत्रकार के लिए घातक होगा
जानकारों की मानें तो मुकदमे में व्हाइट हाउस का पक्ष कमजोर है. दरअसल 7 नवंबर को व्हॉइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जिम एकॉस्टा के सवालों पर डोनाल्ड ट्रंप भड़क गए और एकॉस्टा और सीएनएन को खरी खोटी सुनाई थी.
व्हाइट हाउस पर मुकदमा पहली बार हुआ है लेकिन इससे पहले भी दो बार अमेरिका में व्हॉइट हाउस रिपोर्टर के पास वापस लिए जा चुके हैं और दोनों ही बार व्हॉइट हाउस को मुंह की खानी पड़ी थी. 1977 में लानडेन जॉनसन के राष्ट्रपति काल में द नेशनल मैगजीन के रिपोर्टर रॉबर्ट शेरिल को सीक्रेट सर्विस ने रोक दिया था क्योंकि उनका मानना था कि शेरिल राष्ट्रपति के लिए खतरा हैं. रॉबर्ट शेरिल ने मुकदमा किया और फैसला उनके हक में आया हालांकि ये अलग बात है कि उन्होंने व्हॉइट हाउस के हार्ड पास के लिए अप्लाई करने से मना कर दिया. लेकिन यहां मामला दूसरा है, ट्रंप को जिम एकॉस्टा और सीएनएन नापसंद हैं इसलिए हार्ड पास वापस लिया गया.