Columbia Protest: कोलंबिया में विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा, 1 पुलिसकर्मी की मौत, 79 बंधक, राष्ट्रपति ने रेड क्रॉस से मांगी मदद
Columbia Protest: कोलंबिया में हिंसक प्रदर्शन के दौरान एक पुलिसकर्मी और एक नागरिक की मौत हो गई. 79 पुलिसकर्मियों को प्रदर्शनकारियों ने बंधक बना लिया है.
Columbia Protest: कोलंबिया में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी. इसमें एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई और 79 अन्य को प्रदर्शनकारियों ने बंधक बना लिया. प्रदर्शनकारी इलाके में नई सड़कों की मरम्मत और निर्माण की मांग कर रहे थे. देश के दक्षिणी प्रांत कैक्वेटा में तेल शोधन का करने वाली कंपनी एमराल्ड एनर्जी के परिसर को प्रदर्शनकारियों ने ब्लॉक कर दिया था.
हिंसा में पुलिस अधिकारियों के साथ एक नागरिक की भी मौत हो गई. तेल शोधन कंपनी के भी 9 कर्मचारियों को बंधक बनाया गया है. बंधकों का वीडियो भी आया है जिसमें उन्हें भीड़ भरे कमरे में कुर्सियों और फर्श पर बैठे देखा जा सकता है.
राष्ट्रपति ने रेड क्रॉस से मांगी मदद
कोलम्बियाई राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने रेड क्रॉस से मेडिकल सहायता की मांग की है. पेट्रो ने उम्मीद जताई है कि किसी भी तरह हिंसा के बढ़ने से पहले बंधकों को रिहा कर दिया जाएगा. प्रदर्शनकारियों में अधिकांश ग्रामीण और स्थानीय मूल निवासी हैं. उनकी मांग है कि एमराल्ड एनर्जी इस क्षेत्र के आसपास नई सड़कों का निर्माण करे. अभी तक तेल कंपनी ने इस पूरे घटनाक्रम पर कोई बयान नहीं दिया है.
चाकू हमले से पुलिस अधिकारी की मौत
प्रदर्शन के दौरान हिंसा में मारे गए पुलिस अधिकारी की पहचान रिकॉर्डो मोनरो के रूप में हुई है. कोलंबिया पुलिस ने अपने ट्विटर पेज पर रिकॉर्डो को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, आज हम पहले से कहीं अधिक एकजुट हैं. मोनरो ने कर्तव्य निभाते हुए अपना जीवन बलिदान कर दिया."
स्थानीय अधिकारियों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस अधिकारी की मौत चाकू के हमले से हुई है. वहीं, नागरिक की मौत गोली लगने से हुई है.
विद्रोही गुट पर हिंसा भड़काने का शक
पुलिस ने इस प्रदर्शन स्थल पर कोलंबिया के फार्क विद्रोहियों का एक असंतुष्ट गुट के मौजूद होने की बात कही है. पुलिस को अशांति के पीछे इस गुट पर शक है. फार्क विद्रोहियों और कोलंबिया सरकार के बीच 2026 में शांति समझौता हुआ था, जिसे गुट ने खारिज कर दिया था.
कोलंबिया में ऊर्जा और खनन क्षेत्रों के पास के क्षेत्रों में विरोध आम हैं. यहां स्थानीय समुदाय मांग करते रहते हैं कि कंपनियां सड़कों और स्कूलों सहित बुनियादी ढांचे का निर्माण करें.
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