चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने गुरुवार को राष्ट्रपति शी जिनपिंग को एक और सम्मान दिया है. पार्टी ने इतिहास रचते हुए शी के कद को चीन के कम्युनिस्ट शासन के संस्थापक माओत्से तुंग और आर्थिक नीतिकार  डेंग जियोपिंग के बराबर कर दिया है. न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, पार्टी के वरिष्ठ अधिकारियों की एक बंद कमरे में बैठक हुई, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ अधिकारियों ने पार्टी के 100 साल के इतिहास का पुनर्मूल्यांकन करने और शी जिनपिंग को पार्टी के युग बदलने वाले नेताओं के आधिकारिक संगठन में शामिल करने के निर्णय को मंजूरी दी. 
 
आधिकारिक समरी में कहा गया कि शी के नेतृत्व में चीन ने ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल कीं और एक ऐतिहासिक परिवर्तन किया. पार्टी ने इकोनॉमी, विदेश नीति, प्रदूषण से लड़ाई और कोविड को लेकर मिली कामयाबी को सराहा. समरी के मुताबिक, माओ और डेंग के बाद अब शी के कार्यकाल में चीन ने जबरदस्त परिवर्तन हुआ है और वह ज्यादा मजबूत होने के लिए समृद्ध हो रहा है.


इस सप्ताह की बैठक चीनी राजनीति में एक अहम वर्ष की शुरुआत थी. इसकी घोषणाएं 2022 में होने वाली कम्युनिस्ट पार्टी के कांग्रेस के नेतृत्व में एक बड़ी भूमिका निभाएंगी. शी, जो दशकों में चीन के सबसे शक्तिशाली नेता हैं, वह लगातार तीसरी बार पार्टी महासचिव के तौर पर पांच साल के कार्यकाल को पूरा कर लेंगे. पार्टी में उनकी टक्कर का कोई प्रतिद्वंद्वी नेता या उत्तराधिकारी दिखाई नहीं दे रहा है.


फैसले में कहा गया कि शी ही ऐसे नेता हैं, जिनके नेतृत्व में चीन सुपरपावर का तमगा हासिल कर सकता है. चीन ने कोविड महामारी का बेहतरीन तरीके से सामना किया. लेकिन उसके सामने कर्ज तले दबीं कंपनियों के आर्थिक जोखिम, स्थानीय सरकारों के सामाजिक दबाव, बूढ़ी होती आबादी, अमेरिका और पश्चिमी देशों के साथ बढ़ती तकरार की चुनौती है. 


कम्युनिस्ट पार्टी की सेंट्रल कमेटी की यह बैठक चीन की राजनीति में कोई छोटी बात नहीं है. इस सेंट्रल कमेटी में पार्टी के शीर्ष 200 केंद्रीय और प्रांतीय नेता होते हैं. इनके बाद वोटिंग के अधिकार होते हैं. इसके अलावा 170 अतिरिक्त सदस्य होते हैं, जिनके बाद वोटिंग के अधिकार नहीं होते. राजनीति और नीतिगत फैसले लेने के लिए यह कमिटी साल में एक बार बैठक करती है.


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