Bangladeshi Hindu: कांग्रेस के मुस्लिम विधायक ने लिखी PM मोदी को चिट्ठी, बांग्लादेश में इंदिरा गांधी जैसी कार्रवाई की मांग
Bangladeshi Hindu: बांग्लादेश में शेख हसीना के इस्तीफे के बाद हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर कांग्रेस के मुस्लिम विधायक ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है. साथ ही बड़ी कार्रवाई की मांग की है.
Bangladeshi Hindu: बांग्लादेश में मची राजनीतिक उथल-पुथल के बीच हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर कांग्रेस के एक मुस्लिम विधायक ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी है. कांग्रेस विधायक ने कहा कि पीएम मोदी को बांग्लादेश पर इंदिरा गांधी की तरह कार्रवाई करने में संकोच नहीं करना चाहिए. बेंगलुरु के शिवाजीनगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रिजवान अरशद ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर 1971 जैसी कार्रवाई की मांग की है.
रिजवान अरशद ने पीएम मोदी को संबोधित अपने पत्र में लिखा, 'मैं आपको भारत के एक चिंतित नागरिक के तौर यह पत्र लिख रहा हूं. मैं सोशल मीडिया पर प्रशारित हाल के वीडियो और खबरों से बहुत व्यथित हूं. जिसमें बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल के दौरान वहां के हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अत्याचार पर प्रकाश डाला गया है.'
कांग्रेस विधायक ने अपनी चिट्ठी में न सिर्फ बांग्लादेश बल्कि भारत में अल्पसंख्यकों की चिंताओं को दूर करने के लिए निर्णायक कदम उठाने की अपील की है. उन्होंने लिखा कि भारत के अल्पसंख्यक लगातार दक्षिण पंथियों द्वारा आर्थिक और सामाजिक घेरे में हैं. कांग्रेस विधायक ने बांग्लादेश से आ रहे वीडियो को लेकर कहा कि यदि ये सही हैं, तो भारत और बांग्लादेश के बीच मौजूद ऐतिहासिक संबंधों के ध्यान में रखते हुए शख्त कदम उठाने चाहिए.
बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा चिंता का विषय
रिजवान ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समाज की सुरक्षा और कल्याण सर्वोच्च चिंता का विषय है. विधायक ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा कि वे चाहते हैं कि बांग्लादेश में बनी नई सरकार के साथ बातचीत करके जल्द इसका समाधान निकाला जाए.
कांग्रेस विधायक ने इंदिरा की कार्रवाई की दिलाई याद
अपने पत्र में अरशद ने लिखा, 'हमारे प्रधानमंत्री के रूप में आपको 1971 में इंदिरा गांधी की निर्णायक सैन्य कार्रवाई जैसे कदम उठाने में पीछे नहीं हटना चाहिए. मैं आपसे अनुरोध करता हूं इस समय बांग्लादेश में हमारे हिंदू भाइयों और बहनों की सुरक्षा के लिए आप अपने सम्मानित पद का इस्तेमाल करें.' उन्होंने कहा कि, 'मुझे यह विश्वास है कि आप न सिर्फ बांग्लादेश बल्कि भारत में भी अल्पसंख्यकों के लिए आप निर्णायक कदम उठाएंगे.'