Bangladeshi writer Taslima Nasreen: मशहूर बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने हाल ही में चटगांव के एक चरमपंथी समूह की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए दावा किया कि ये लोग बांग्लादेश में इस्कॉन को निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं. नसरीन के अनुसार हिफाजत-ए-इस्लाम नामक समूह ने इस्कॉन पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए हिंसा भड़काने का आह्वान किया है.
अपने पोस्ट में नसरीन ने सवाल उठाया कि क्या इस्कॉन किसी भी तरह का आतंकवादी संगठन है क्योंकि उन्होंने कभी किसी को नुकसान पहुंचाते हुए "हरे कृष्ण" का नारा लगाते नहीं देखा. वहीं, कट्टरपंथी इस्लामी गुट नारेबाजी के साथ हिंसात्मक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. नसरीन ने आगे कहा कि ये कट्टरपंथी समूह बांग्लादेश में इस्कॉन के अनुयायियों को निशाना बना रहा है जबकि इस्कॉन एक शांतिपूर्ण धार्मिक संगठन है.
हिंदू समुदाय पर बढ़ता अत्याचार
तसलीमा नसरीन ने यह भी आरोप लगाया कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर अत्याचार लगातार बढ़ता ही जा रहा है. उन्होंने कहा चटगांव के हजारी लेन में सेना और पुलिस की तरफ से संयुक्त रूप से हिंदुओं पर अत्याचार करने के पीछे असली वजह क्या है? क्या इसलिए कि उस्मान मोल्लाह नामक व्यक्ति ने फेसबुक पर इस्कॉन के खिलाफ कुछ पोस्ट किया और कुछ हिंदुओं ने उस्मान मोल्लाह की दुकान पर विरोध प्रदर्शन किया?
सरकार की प्रतिक्रिया पर सवाल
नसरीन ने आगे कहा क्या इसलिए कि हिंदुओं ने अपना भगवा झंडा बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज से थोड़ा ऊपर लटका दिया था? या इसलिए कि बड़ी संख्या में हिंदू हिंदुओं की सुरक्षा की मांग करते हुए सड़कों पर उतर आए? नसरीन ने आरोप लगाया कि हिंदू समुदाय के बढ़ते विरोध और उनकी सुरक्षा की मांग से बांग्लादेश की गठबंधन सरकार चिंतित हो रही है. अंत में तसलीमा ने कहा कि हिंदुओं के समर्थन में सड़कों पर उतरे लोगों की संख्या देखकर सरकार को खतरा महसूस हो रहा है.
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