Britain: ब्रिटेन के किंग चार्ल्स III और क्वीन कैमिला की शनिवार को वेस्टमिंस्टर ऐबे चर्च में दोपहर 3:30 बजे (भारतीय समय के मुताबिक) ताजपोशी होगी. इससे पहले ब्रिटेन में विवाद शुरू हो गया है. ताजपोशी का विरोध कर रहे ब्रिटेन के मुख्य रिपब्लिकन समूह के प्रमुख और अन्य कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है.
राजशाही विरोधी समूह रिपब्लिक के नेता ग्राहम स्मिथ समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. रिपब्लिकन समूह ने ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी दी है कि आज सुबह, ग्राहम स्मिथ और हमारी टीम के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. सैकड़ों तख्तियां जब्त की गईं. क्या यह लोकतंत्र है? गौरतलब है कि रिपब्लिक के सदस्य राज्याभिषेक समारोह से कुछ घंटे पहले नॉट माई किंग विरोध के लिए लंदन में ट्राफलगर स्क्वायर के पास एकत्र हुए थे.
राज्याभिषेक की तैयारियां शुरू
शनिवार (6 मई ) को किंग चार्ल्स तृतीय का राज्याभिषेक किया जाएगा और ताज पहनाते वक्त 'ईश्वर सम्राट की रक्षा करें' के नारे लगाए जाएंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राज्याभिषेक समारोह में शामिल होने के लिए दुनिया के 100 देशों के राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों को न्योता भेजा गया है. भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बीस हजार वर्दीधारी सुरक्षाकर्मी राज्याभिषेक समारोह से पहले न केवल लंदन बल्कि इसके आसपास के क्षेत्र में फैले हुए हैं, जिन्होंने राजधानी को किले में तब्दील कर दिया है. कि ब्रिटेन में पूरे 70 साल की लंबी अवधि के बाद यह राज्याभिषेक होने जा रहा है. इससे पहले साल 1953 में क्वीन एलिजाबेथ का राज्याभिषेक किया गया था.
क्यों हो रहा ताजपोशी का विरोध
गौरतलब है कि ब्रिटेन इन दिनों आर्थिक अस्थिरता का सामना कर रहा है. जनता बेतहाशा बढ़ती महंगाई से परेशान है. ऐसे में कुछ संगठन इस ताजपोशी को फिजूलखर्ची बता रहे हैं, उनका मानना है कि ब्रिटेन के शाही परिवार के ताजपोशी में खर्च होने वाले करोड़ों रुपये का खर्च टैक्सपेर्स से लेना गलत है.