WHO on China Corona Cases: चीन में कोरोना की नई लहर दुनियाभर के लिए चिंता का कारण बन गई है. दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना अब एक बार फिर घातक रूप में लौट आया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन में हालात बद से बदतर हैं. हालांकि चीन में कुल कोरोना केस और मौत को लेकर चीनी मीडिया और पश्चिमी मीडिया के अलग-अलग दावे हैं. अब इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि चीन कोरोना के मामलों की सही जानकारी छिपा रहा है. 


दरअसल चीन ने कहा था कि उसके यहां बीते बुधवार को कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई. जबकि WHO का कहना है कि चीन के आंकड़े बताते हैं कि बुधवार को कोविड से किसी की मौत नहीं हुई लेकिन इसपर संदेह है. WHO चीन को नए वायरस को लेकर सही जानकारी देने को कह रहा है. डब्ल्यूएचओ के आपातकालीन प्रमुख डॉ रयान ने चीन से वायरस के नवीनतम प्रसार के बारे में अधिक जानकारी देने का आग्रह किया है.


डॉ रयान ने कहा, "चीन में, आईसीयू में जो कोरोना के मरीज हैं उनकी अपेक्षाकृत कम संख्या की सूचना दी गई है, लेकिन सब जानते हैं कि आईसीयू में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है.चीन की तरफ से जो आंकड़ा जारी किया जा रहा है, वह विशेषज्ञों के अनुमान, मीडिया रिपोर्ट्स, सोशल मीडिया की तस्वीरों और वीडियो से बिल्कुल अलग हैं.''  उन्होंने कहा,''हम यह हफ्तों से कह रहे हैं कि इस तरह के वायरस को पूरी तरह से रोकने के लिए आने वाला समय बहुत कठिन होने वाला है.''


मामले कम तो कैसे भर रहे चीन के ICU?
जीरो कोविड पॉलिसी में चीन की सरकार द्वारा ढील देने के बाद से कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. चीन में बूस्टर डोज लेने वालों का आंकड़ा बेहद कम है इसलिए विशेष रूप से कमजोर वर्ग जैसे बुजुर्गों के जान गंवाने का खतरा बढ़ गया है. मामले बढ़ने के बावजूद आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि मंगलवार को कोविड से सिर्फ पांच और सोमवार को सिर्फ दो लोगों की मौत हुई थी. डब्ल्यूएचओ के आपातकालीन प्रमुख डॉ रयान ने कहा कि चीन में आईसीयू में मामलों की संख्या अपेक्षाकृत कम बताई जा रही है, लेकिन रहस्यमय तरह से आईसीयू भर रहे हैं.


ऐसे हैं चीन के मौजूदा हालात और दावे


कोविड के बढ़ते मामलों से जूझ रहे चीन के श्मशान लगातार शवों की आमद से निपटने के दबाव में हैं. वहीं चीनी अधिकारियों का कहना है कि हालात इस हद तक बिगड़ चुके हैं कि इन मामलों को ट्रैक करना तक मुश्किल है. न्यूज एजेंसी एएफपी को श्मशान घाट के कर्मचारियों ने बताया कि चीन के पूर्वोत्तर से लेकर इसके दक्षिण-पश्चिम तक मौतों में बढ़ोतरी की वजह से उन्हें परेशानी का सामना करना पड रहा. श्मशान घाट के एक कार्यकर्ता का कहना था कि शवों को रखने के लिए उनके श्मशान में जगह तक नहीं बची.


बता दें कि इस वक्त यहां कोरोना के ओमिक्रॉन (BF.7) वैरिएंट का प्रकोप चरम हैं. इस देश ने बीते दिनों लोगों के विरोध के चलते कोविड की रोकथाम के लिए लगाए गए प्रतिबंधों को हटाया था. यहां के स्वास्थ्य अधिकारियों का मानना है कि वैरिएंट BA.5.2 और BF.7 की वजह से यहां कोरोना केसों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.


हालाकि वायरस के वजह से होने वाली मौतों को रिकॉर्ड करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले मानकों को बदलने के बाद, चीन ने कहा कि कोई नई मौत दर्ज नहीं की गई है, जो यहां खचाखच भरे श्मशानों की रिपोर्ट के बिल्कुल उलट है.