जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन को लेकर अमेरिका की नई चेतावनी, बढ़ सकता है नर्व डिसऑर्डर का खतरा
अमेरिका के अनुसार जॉनसन एंड जॉनसन की कोविड वैक्सीन के इस्तेमाल से Guillain-Barre नामक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर का खतरा बढ़ सकता है. हालांकि वैक्सीन के अनुपात के हिसाब से इस बीमारी के होने का रिस्क कम है.
Corona Vaccine: अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने जॉनसन एंड जॉनसन की कोविड वैक्सीन के इस्तेमाल को लेकर नई चेतावनी जारी की है. इसमें दी गई जानकारी के अनुसार इस वैक्सीन के इस्तेमाल से न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर पैदा होने का खतरा बढ़ सकता है. रिपोर्ट के अनुसार इस वैक्सीन की अब तक दी गई एक करोड़ पच्चीस लाख डोज में से 100 मामलों में Guillain-Barre नामक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर पाया गया है.
फेडरल वैक्सीन सेफ्टी मॉनिटरिंग सिस्टम की जांच रिपोर्ट में ये बात सामने आई है. रिपोर्ट के अनुसार जिन 100 मामलों में वैक्सीन के बाद Guillain-Barre न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर पाया गया उनमें से 95 मामलों में मरीज की हालत बेहद गंभीर थी और उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरुरत पड़ी. साथ ही इनमें एक व्यक्ति की मृत्यु का मामला भी सामने आया है.
हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि वैक्सीन के अनुपात के हिसाब से इस बीमारी के होने का प्रतिशत बेहद कम है. जॉन होप्किंस यूनिवर्सिटी में इंस्टिट्यूट फ़ॉर वैक्सीन सेफ्टी के निदेशक डेनियल सालमोन के अनुसार, "डेटा से इस बात की जानकारी मिलती हैं कि वैक्सीन से Guillain-Barre सिंड्रोम हो सकता है, लेकिन इसके होने का रिस्क बेहद कम है." साथ ही उन्होंने कहा, "वैक्सीन लगाने पर कुछ मामलों में ये बीमारी क्यों सामने आई है इसको लेकर हम अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सके हैं. जो की हमारे लिए भी बेहद निराशा की बात है."
Guillain-Barre सिंड्रोम एक दुर्लभ बीमारी है और इसमें इम्यून सिस्टम के साथ साथ नर्व सिस्टम में मौजूद हेल्दी टिशूज पर असर पड़ता है. इस सिंड्रोम से ग्रसित होने पर मरीज के चेहरे की नसें कमजोर हो जाती है. साथ ही शरीर में कमजोरी, हाथ पैर में झनझनाहट होना और दिल की धड़कन अनियमित रहना भी इसके लक्षण हैं.
भारत में भी कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वाले कुछ लोगों में Guillain-Barre सिंड्रोम के लक्षण देखने को मिले थे.एनल्स ऑफ न्यूरोलॉजी नामक पत्रिका में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, वैक्सीन लेने के बाद जिन लोगों को ये बीमारी हुई, उनके चेहरे के दोनों किनारे कमजोर होकर लटक गए थे, जबकि आमतौर पर इसके 20 फीसदी से भी कम मामलों में ऐसा देखने को मिलता है. विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना की वैक्सीन आमतौर पर बेहद सुरक्षित है लेकिन इसको लगवाने के बाद आपको सतर्कता बरतने की जरूरत है. अगर इस वैक्सीन को लेने के बाद सिंड्रोम के कोई भी लक्षण दिखें तो चिकित्सों से तुरंत संपर्क करें.
यह भी पढ़ें
Third Wave of Corona: क्यों कोरोना की तीसरी लहर आएगी, आईएमए की जुबानी जानिए पूरी बात
NEET UG 2021 के लिए आज से रजिस्ट्रेशन शुरू, 12 सितंबर को है प्रवेश परीक्षा
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )