Corona Virus Effect on China Economy: कोविड महामारी ने चीन की अर्थव्यवस्था की हवा निकाल दी है. यह वायरस चीन की अर्थव्यवस्था के लिए विनाशकारी साबित हुआ है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, देश में 16 से 24 साल के बीच के करीब 20 मिलियन लोग वर्तमान में बेरोजगार हैं.


आंकड़े बताते हैं कि चीनी सरकार की ओर से लगाए गए सख्त प्रतिबंधों के कारण हर पांच में से एक चीनी नागरिक वर्तमान में बेरोजगार हो चुका है. लंबे समय तक लॉकडाउन और रोजगार के नए अवसरों की कमी का मतलब है कि शीर्ष कंपनियों को नौकरियों में कटौती करने के लिए मजबूर होना पड़ा है.


अगले साल तक और खराब हो सकती है स्थिति


हाल ही में चीनी टेक कंपनी श्याओमी ने भी नौकरी में कटौती करने की घोषणा की है. कंपनी को करीब 10 प्रतिशत वर्क फोर्स छोड़ने के लिए कहा गया था. ऐसे में कंपनी ने छंटनी करने का ऐलान कर दिया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ‘अगले साल तक स्थिति और खराब हो सकती है, क्योंकि पिछले महीने शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, 11.6 मिलियन कॉलेज ग्रेजुएट्स को जॉब के लिए उतरने की उम्मीद है, जो एक नया रिकॉर्ड है.’


युवा बेरोजगारी दर में इजाफा


रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन में युवा बेरोजगारी दर इस साल नई ऊंचाई पर पहुंच गई है, जो मार्च में 15.3 प्रतिशत से बढ़कर अप्रैल में रिकॉर्ड 18.2 प्रतिशत हो गई है. यह अगले कुछ महीनों तक चढ़ती रही और जुलाई में यह 19.9 प्रतिशत तक पहुंच गई. राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के आंकड़ों से पता चलता है कि अगस्त में यह थोड़ा बढ़कर 18.7 प्रतिशत हो गया था, लेकिन अभी भी यह उच्चतम स्तर पर बना हुआ है.


बता दें कि कई विशेषज्ञ इसे लेकर पहले ही कह चुके हैं कि यह देश के इतिहास में ‘बेरोजगारी का सबसे खराब संकट’ है और पिछले एक दशक में चीन की कामकाजी उम्र की आबादी में काफी कमी आई है.


ये भी पढ़ें-


Xi Jinping On Covid: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने तोड़ी चुप्पी, 'हर कीमत पर बचाएंगे लोगों की जान'