मध्य यूरोप में पिछले हफ्ते रोजाना कोरोना वायरस मामलों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है. ये उस इलाके के लिए किसी झटके से कम नहीं है जिसने बसंत में बड़े पैमाने पर वायरस की पहली लहर को नजरअंदाज किया. चेक गणराज्य में 11 सितंबर को रिकॉर्ड 1382 संक्रमण के नए मामले दर्ज किए गए. नए मामलों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 32 हजार 400 को पहुंच गई.


पिछले हफ्ते हंगरी, स्लोवाकिया और स्लोवेनिया में भी महामारी की शुरुआत से प्रतिदिन सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले उजागर हुए. मध्य यूरोपियन देशों की सरकारें राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लागू करने की इच्छुक नहीं हैं और सिकुड़ती अर्थव्यवस्था के अतिरिक्त नुकसान से बचना चाहती हैं. मगर इसके बावजूद उन्हें यात्रा पर रोक लगानी पड़ी है. इसके अलावा नागरिकों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को नए सिरे से लागू करना पड़ा है. गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी ने यूरोपियन अर्थव्यवस्था को गंभीर नुकसान पहुंचाया है. खास कर उन देशों की अर्थव्यवस्था पर इसकी मार ज्यादा पड़ी है जो पर्यटन पर निर्भर हैं.


मध्य यूरोप में कहां बढ़ रहे हैं मामले?
12 सितंबर को हंगरी में महामारी की शुरुआत से सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आए. 916 लोग कोरोना की जांच में पॉजिटिव पाए गए. कुल संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 11 हजार से ज्यादा हो गई. 5 सितंबर को स्लोवाकिया में 226 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई. यहां 11 सितंबर को नए संक्रमण के 108 सबसे ज्यादा मामले उजागर हुए.


क्षेत्र में संक्रमण के क्यों बढ़ रहे मामले?
मई के मध्य में ज्यादातर यूरोप के देशों ने बार, रेस्टोरेंट और नाइट क्लब को दोबारा खोलना शुरू किया. मध्य जून तक यूरोपियन यूनियन के यात्रियों की वापसी का यूरोप ने स्वागत किया. चेक गणराज्य ने भी बार, रेस्टोरेंट और होटल को फिर से खोलने का फैसला किया. उसने 25 मई को 300 लोगों के एक साथ इकट्ठा होने की इजाजत दी. उस वक्त तक प्रतिदिन नए मामलों की संख्या 111 से कम थी. 18 मई को हंगरी ने सभी दुकान और आउटडोर कैफे के अलावा रेस्टोरेंट को एक बार फिर से खोलने का आदेश दिया. जबकि प्रतिदिन संक्रमण के नए मामलों की संख्या 90 से नीचे रही. 22 जून तक चेक गणराज्य और हंगरी ने अपनी सीमाओं को यूरोपियन यूनियन और दूसरे मुल्क के यात्रियों के लिए खोल दिया. उस वक्त तक दोनों देशों में प्रतिदिन नए संक्रमित लोगों की संख्या 83 और 29 थी. लेकिन अगस्त के आखिर में दोनों मुल्कों के अलावा स्लोवाकिया और स्लोवेनिया में प्रतिदिन संक्रमण की संख्या में बढ़ोतरी शुरू हो गई.


संक्रमण रोकने के लिए देश क्या कर रहे हैं?
10 सितंबर को चेक गणराज्य ने टैक्सी, सार्वजनिक परिवहन, दुकान और मॉल में मास्क पहनने को फिर से जरूरी करार दिया. यहां पहली बार प्रतिदिन संक्रमण के नए मामलों की संख्या एक हजार को पार कर गई. अधिकारियों ने दोपहर 12 और सुबह छह बजे के बीच रेस्टोरेंट और बार को बंद करने का आदेश जारी किया. हंगरी के प्रधानमंत्री ने कुछ शर्तों के साथ विदेशियों के दाखिले पर पाबंदी लगा दी. 1 सितंबर से लागू विदेशी लोगों को मुल्क में आना बैन कर दिया गया. 12 सितंबर को उन्होंने बताया कि दूसरी लहर को रोकने के लिए 'युद्ध का मंसूबा' तैयार किया जा रहा है. उन्होंने कहा, "हम कर्फ्यू लागू नहीं करना चाहते हैं. हम आवागमन को रोकना नहीं चाहते हैं. हम चाहते हैं कि पहले की तरह सब कुछ ठीक रहे."


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