लंदन: कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में हो रही वृद्धि ने ब्रिटेन की चिंता में इजाफा कर दिया है. संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार ने शुक्रवार से लॉकडाउन के सख्त प्रतिबंध लागू कर दिए. वेल्स में भी पूर्ण लॉकडाउन लागू किया गया है. ग्रेटर मैनचेस्टर की 28 लाख की आबादी भी मध्यरात्रि से इंग्लैंड के लिवरपूल सिटी क्षेत्र और लंकाशायर के सख्त प्रतिबंधों में शामिल हो गई, जिसमें करीब-करीब सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद रहेंगे.
कोरोना संक्रमण के मामलों ने बढ़ाई ब्रिटेन की चिंता
साउथ यॉर्कशायर का इलाका भी शनिवार से तीसरी श्रेणी के सख्त प्रतिबंधों के दायरे में आ जाएगा. इस तरह करीब 70 लाख से भी अधिक की आबादी पर सख्त लॉकडाउन का प्रभाव पड़ेगा. सरकार ने कोविड-19 के लिए तीसरी श्रेणी की चेतावनी जारी की है. जिसका मतलब है कि लोगों के मिलने जुलने पर रोक रहेगी. साथ ही पब और बार का संचालन भी नहीं हो सकेगा. इस श्रेणी में आने वाले कई इलाकों के व्यापारिक प्रतिष्ठानों को खोलने पर भी रोक रहेगी. इस बीच, वेल्स में भी 17 दिवसीय पूर्ण लॉकडाउन लागू कर दिया गया. जिसके चलते करीब 31 लाख लोग घरों में ही रहने को मजबूर होंगे.
संक्रमण काबू करने के लिए लॉकडाउन का सहारा
वेल्स के प्रथम मंत्री मार्क ड्रेकफोर्ड ने कहा, "यहां ऐसे लोग भी हैं जो हमें बताना चाहते हैं कि कोरोना वायरस का खतरा सिर्फ एक धोखा है और यह मामूली बीमारी है जिससे नुकसान नहीं पहुंचता. ऐसे लोग उन परिवारों से नही मिले हैं जिन्होंने पिछले सप्ताह अपने प्रियजनों को खो दिया है." इस बीच, स्कॉटलैंड की प्रथम मंत्री निकोला स्टर्जन ने अपने प्रांत के लिए पांच चरणों वाली रणनीति का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि इंग्लैंड में लागू चरण से भी दो चरण अधिक हैं. इसके तहत, स्कॉटलैंड के विभिन्न क्षेत्रों में वायरस के प्रकोप के मुताबिक लॉकडाउन लागू किया जाएगा.
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