न्यूयॉर्क: दुनियाभर के देश कोरोना की वैक्सीन तैयार करने में दिनरात जुटे हैं. कुछ देश इस दिशा में आगे हैं. इस बीच अमेरिका में कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन अगले महीने में दूसरे सप्ताह में आ सकती है. कोविड-19 को लेकर वैक्सीन विकसित करने वाले सरकार के प्रयास के प्रमुख मोन्सेफ़ सलौई ने कहा कि अमेरिका के लोग 11 दिसंबर तक जल्द से जल्द कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन प्राप्त कर सकते हैं.


बता दें कि कोरोना वैक्सीन बनाने वाली कंपनी फाइजर ने शुक्रवार को यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन को एक आवेदन सौंपा था और उसमें वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की इजजात मांग थी. एफडीए वैक्सीन सलाहकार समिति 10 दिसंबर को मिलने वाली है.


सीएनन से बातचीत में सलौई ने कहा कि अगर इस बैठक में इजाजत मिल जाती है तो वैक्सीन अगले दिन उपलब्ध हो सकता है. उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि अप्रूवल मिलने के 24 घंटे के भीतर वैक्सीन को उन जगहों पर पहुंचना है जहां पर टीकाकरण का काम होगा. इसलिए मुझे उम्मीद है कि 11 या 12 दिसंबर तक ऐसा हो सकता है.”


बता दें कि इससे पहले खबरें थीं कि अमेरिका में साल के अंत तक कोविड-19 के टीके की चार करोड़ खुराक उपलब्ध होंगी. व्हाइट हाउस वाशिंगटन, ट्रम्प प्रशासन पूरे देश में कोविड-19 का टीका वितरित करने की योजना के साथ तैयार है और उसे अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन से इसके आवश्यक आपतकालीन इस्तेमाल का अधिकार मिलने का इंतजार है. व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को इसके बारे में जानकारी दी थी.


भारत में कोरोना वायरस और वैक्सीन की स्थिति


भारत में फिलहाल पांच वैक्सीन तैयार होने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. इनमें से चार परीक्षण के दूसरे या तीसरे चरण में हैं जबकि एक पहले या दूसरे चरण में है. पिछले 24 घंटे में भारत में पिछले 24 घंटे में 45 हजार 209 नए संक्रमित मरीज आए हैं और पांच सौ लोगों की मौत हुई है. कोरोना मामले बढ़ने की ये संख्या दुनिया में अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा है. वहीं मौत की संख्या दुनिया में पांचवे नंबर पर है.


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