बर्लिन: अक्सर जब मीटिंग के दौरान मुलाकात होती है तो लोग एक-दूसरे से हाथ मिलाते हैं. लेकिन कोरोना का कहर कुछ ऐसा है कि अब लोग हाथ मिलाने से भी डर रहे हैं. तस्वीरें इसकी गवाही भी दे रही है. एक तरफ जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल हैं तो दूसरी तरफ जर्मनी के मंत्री होर्स्ट जेहोफान हैं. मीटिंग के लिए जब दोनों की मुलाकात हुई तो जेहोफान से हाथ मिलाने के लिए मर्केल ने हाथ बढ़ाया. लेकिन जेहोफान ने हाथ मिलाने से इनकार कर दिया.


एंजेला भी समझ गईं और हाथ पीछे खींच लिया. हॉल में इस स्थिति पर लोगों के ठहाके गूंजे. भले लोग हंस रहे थे लेकिन ये सच्चाई है कि कोरोना ने दुनिया की चिंता बढ़ा दी है. मर्केल और उनके मंत्री जेहोफान शायद यही संदेश देना चाहते थे कि स्वच्छता का ख्याल रखना जरूरी है.





बाद में मर्केल ने ऐसा कह भी दिया. बता दें कि कोरोना वायरस के उपयों को लेकर दुनिया भर में चर्चा चल रही है. इसी को लेकर ब्रिटेन में भी इसको लेकर एक बैठक रखी गई थी. बता दें कि ब्रिटेन में 23 से ज्यादा कोरोना वायरस के मामले सामने आ चुके हैं.


नहीं कम हो रहा कोरोना का कहर
बता दें कि फ्रांस मे कोरोना वायरस के 100 कन्फर्म मामले सामने आए हैं. वहीं कोरोना वायरस की वजह से 2 लोगों की मौत भी हो चुकी है. चीन में इस वायरस के कारण 2,870 मौतें हुईं, वहीं पूरी दुनिया में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 3151 हो गई है.


इसकी वजह से पिछले कुछ सप्ताह से बाजार में भी गिरावट देखने को मिल रही है. हालांकि हुबेई में अब भी इसका प्रकोप जारी है लेकिन चीन के बाकी शहरों में धीरे-धीरे जनजीवन पटरी पर लौट रहा है. राहत की बात ये है कि चीन के 26 प्रांतों में कोरोना वायरस का कोई नया मामला सामने नहीं आया.


सिन्हुआ न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, चीन में मंगलवार को कुल 406 नए कोविड-19 मामले सामने आए थे. इनमें से सबसे अधिक हुबेई प्रांत में 401, शेडोंग में एक, शंघाई और हेबेई में भी एक-एक और सिचुआन में दो मामले सामने आए थे. इसकी पुष्टि राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग और स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से हुई है.


चीन के अन्य हिस्सों से कुल पांच संक्रमण के मामले ही देखने को मिले


हुबेई प्रांत में वायरस का सबसे अधिक प्रकोप है. हुबेई के अलावा मंगलवार को चीन के अन्य हिस्सों से कुल पांच संक्रमण के मामले ही देखने को मिले हैं. यह संख्या पिछले दिनों के मुकाबले कम है. इससे पहले सोमवार को यह संख्या नौ थी. कोरोना वायरस के अफ्रीका तक पैर पसारने और वित्तीय बाजारों में गिरावट के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस वायरस को वैश्विक जोखिम का आकलन करते हुए उच्चतम श्रेणी में रखा है.


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