वाशिंगटन: यूके, बहरीन, कनाडा के बाद अब अमेरिका में फाइजर कोविड-19 वैक्सीन को मंजूरी मिल गई है. यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने Pfizer और BioNTech द्वारा विकसित कोरोनोवायरस वैक्सीन को इमरजेंसी अप्रूवल दिया है, जो कोविड -19 की रोकथाम के लिए अमेरिका में आने वाली पहली दवा है. एफडीए आयुक्त डॉ. स्टीफन हैन ने शुक्रवार रात एक बयान में इस खबर की पुष्टि की.


फाइजर ने अपने जर्मन पार्टनर बायोएनटेक के साथ मिलकर बनाई वैक्सीन


बता दें फाइजर ने अपने जर्मन पार्टनर बायोएनटेक के साथ BNT162b2 नाम से COVID-19 mRNA वैक्सीन विकसित की थी जिसकी 2020 में 50 मिलियन से अधिक खुराक और 2021 के अंत तक 1.3 बिलियन खुराक का उत्पादन करने की उम्मीद है.


इंग्लैंड, बहरीन और कनाडा में पहले ही मिल चुकी है फाइजर की वैक्सीन को मंजूरी


फाइजर की वैक्सीन को इंग्लैंड, बहरीन और कनाडा में मंजूरी मिल चुकी है. कंपनी ने पिछले हफ्ते ही भारत में वैक्सीन के इमरजेंसी प्रयोग की अनुमति के लिए अदर पूनावाला के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII), दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता और भारत बायोटेक के देशी तौर पर विकसित कोवाक्सिन के साथ अपील की है.


ट्रंप प्रशासन ने दी थी धमकी


बता दें कि अमेरिका व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज़ ने शुक्रवार को FDA यानी फूड एंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन के प्रमुख को धमकी दी थी कि अगर  फाइजर की वैक्सीन को मान्यता नहीं दी गई तो वो अपना इस्तीफा भेज दें. उनकी तरफ से कहा गया की अगर एजेंसी देश को पहली कोरोना वायरस की दवा के बारे मे शुक्रवार शाम तक नहीं बता सकती तो उनको इस्तीफा दे देना चाहिए.


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