Coronavirus: पाकिस्तान में दूसरी बार संक्रमण का पहला मामला उजागर, शोधकर्ताओं ने जताई ये आशंका
पाकिस्तान में कोरोना वायरस का दोबारा संक्रमण का पहला मामला सामने आया है.बीमारी से ठीक होने के बाद 4 महीने के अंतराल में दोबारा संक्रमण का पता चला.
![Coronavirus: पाकिस्तान में दूसरी बार संक्रमण का पहला मामला उजागर, शोधकर्ताओं ने जताई ये आशंका Coronavirus: Re-infection came into light in Pakistan after four months: Study Coronavirus: पाकिस्तान में दूसरी बार संक्रमण का पहला मामला उजागर, शोधकर्ताओं ने जताई ये आशंका](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2020/11/16195029/pjimage-57.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Coronavirus: पाकिस्तान में संक्रमण की दूसरी लहर देखी जा रही है. इस बीच, शोधकर्ताओं ने चौंकानेवाला खुलासा किया है. उन्होंने खैबर पख्तूनख्वा में दूसरी बार कोरोना संक्रमण का मामला उजागर किया है. डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, खैबर मेडिकल कॉलेज के कुलपति और शोध के अगुवा जियाउलहक ने बताया कि मरदान निवासी में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी.
पाकिस्तान में दूसरी बार कोरोना संक्रमण का खुलासा
उन्होंने कहा कि पहली बार संक्रमण होने के चार महीने से ज्यादा समय में दोबारा कोरोना वायरस संक्रमण का मामला उजागर हुआ. इस्लामाबाद में काम करनेवाले 41 वर्षीय हेल्थ वर्कर को पहली बार कोरोना वायरस के लक्षण से गुजरना पड़ा. 6 जून को कोरोना की जांच रिपोर्ट में हेल्थ वर्कर पॉजिटिव पाए गए. इलाज के बाद 19 जून को उन्होंने बीमारी को मात दे दी.
4 महीने 13 दिन बाद कोरोना वायरस ने बोला धावा
रिपोर्ट में बताया गया कि 4 महीने 13 दिन बाद दोबारा लक्षण सामने आने पर जांच कराया गया तो चौंकानेवाला खुलासा हुआ. जांच में हेल्थ वर्कर एक बार फिर कोरोना पॉजिटिव पाए गए. पहले संक्रमण के समय मरीज में एंटी बॉडीज का पता चला था मगर दूसरी बार संक्रमण होने पर एंटी बॉडीज निष्क्रिय रही.
प्रोफेसर जियाउलहक ने कहा कि दोबारा संक्रमण के मामले में बीमारी के लक्षण गंभीर थे. ये मामला उनकी निगरानी में शोधकर्ताओं की टीम ने उजागर किया. शोध को 'कोविड-19 रि इंफेक्शन इन पाकिस्तान' के नाम से अयूब मेडिकल कॉलेज एब्टाबाद की पत्रिका में प्रकाशित किया गया है. जियाउलहक ने शोध के नतीजे को खतरनाक बताते हुए दोबारा संक्रमण के मामले को खास तौर से समझने की जरूरत पर जोर दिया है.
शोधकर्ताओं ने सर्दी को बताया बीमारी के अनुकूल
उनका कहना है कि अभी ये साफ नहीं है कि क्या कोरोना वायरस का संक्रमण लंबे समय तक सुरक्षा दे सकता है या सिर्फ संक्षिप्त समय के लिए एंटी बॉडीज पैदा करता है जो वक्त गुजरने के साथ खत्म हो जाती है. शोधकर्ताओं के मुताबिक, दोबारा संक्रमण के मामले में एंटी बॉडीज की कमी नहीं देखी गई मगर 100 डिग्री का बुखार और ऑक्सीजन लेवल 90-92 से ज्यादा पाया गया. प्रोफेसर जियाउलक का कहना है कि सर्दी का मौसम सांस से संबंधित बीमारियों के अनुकूल होता है. जिसकी वजह से कोरोना वायरस के फैलने की आशंका रहती है.
एडीलेड टेस्ट पर मंडराया कोरोना वायरस का खतरा, ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन क्वारंटाइन में
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)