Coronavirus: वैज्ञानिकों ने रिसर्च में किया सनसनीखेज खुलासा-नया कोविड स्ट्रेन है 56 फीसदी ज्यादा संक्रामक
लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रोपिकल मेडिसीन के शोधकर्ताओं ने रिसर्च के बाद कहा, "कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन ब्रिटेन में ज्यादा मौत की वजह बन सकता है और लॉकडाउन से संक्रमण पर काबू पाने में उस वक्त मदद मिलेगी जब स्कूल और यूनिवर्सिटी बंद कर दिए गए हों."
Coronavirus हमारी जिंदगी में कहर बरपा रहा है, इसकी नई किस्म ने न सिर्फ इंग्लैंड के लोगों में दहशत पैदा कर दी है बल्कि पूरी दुनिया भी सहम गई है. वैज्ञानिक नए वायरस के मूल का पता लगाने की कोशिश कर रहे है, लेकिन अब तक कुछ भी साबित नहीं हो सका है. विशेषज्ञों के मुताबिक, भयानक खबर ये है कि नया वायरस 56 फीसदी ज्यादा संक्रामक है. ताजा रिसर्च में बताया गया है कि वायरस की नई किस्म तेज गति से फैलनेवाली और ज्यादा संक्रामक है.
लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रोपिकल मेडिसीन के शोधकर्ताओं ने रिसर्च के बाद कहा, "कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन ब्रिटेन में ज्यादा मौत की वजह बन सकता है और लॉकडाउन से संक्रमण पर काबू पाने में उस वक्त मदद मिलेगी जब स्कूल और यूनिवर्सिटी बंद कर दिए गए हों." तेजी से ट्रांसमिशन के चलते मामले भी बढ़ रहे हैं. विशेषज्ञों को डर है कि इसके चलते कोविड-19 से जुड़ी बीमारी और मौत 2021 में साल 2020 की तुलना में ज्यादा हो सकती है. विशेषज्ञों ने ये भी बताया कि लॉकडाउन नियमों में ढील वायरस के उभार का संकेत होगा. Fसका मतलब हुआ कि बीमारियों के बोझ को कम करने के लिए वैक्सीन को जल्दी लाना जरूरी होगा.
नई किस्म के बारे में ज्यादा जानकारी कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन का नाम 'VUI 202012/01' है. इसमें स्पाइक प्रोटीन में जेनेटिक म्यूटेशन शामिल है जिससे आसानी और तेजी से वायरस का फैलाव हो सकता है और इस वजह से ज्यादा खतरनाक होता है. कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन 17 बार बदलाव ला चुका है जो वायरस के आकार को प्रभावित करता है.
कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के लक्षण वायरस की नई किस्म के आने के साथ तीन सबसे आम लक्षणों में बुखार, सूखी खांसी और गंध समेत स्वाद का क्षरण शामिल है. लेकिन सात अन्य लक्षण भी कोरोना वायरस की नई किस्म से जुड़े हुए हैं. लक्षणों में थकान, भूख की कमी, डायरिया, सिर दर्द, मांसपेशियों का दर्द और मानसिक भ्रम की स्थिति शामिल है.
वायरस बच्चों को कैसे प्रभावित करता है? वायरस के म्यूटेशन से उसका इंसानी कोशिकाओं में घुसना आसान हो गया है. जिसके चलते बच्चों को संक्रमित होने का ज्यादा खतरा है और व्यस्कों को भी बराबर है. कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के साथ हमें बच्चों को ज्यादा संक्रमित होते देखना पड़ सकता है.
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने मां की पसंद से की थी पहली शादी, फिर शीबा को तलाक देकर अंजलि को बनाया हमसफर
IND Vs AUS Live Score Updates: टीम इंडिया मुश्किल में फंसी, पुजारा भी पवेलियन वापस लौटे
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )