China Corona Surge: चीन पूरी तरह से कोरोना की चपेट में हैं. यहां कोरोना से हालात लगातार बिगड़ रहे हैं. ऐसे में अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के यूरोप कार्यालय ने बताया है कि यूरोप में इसका असर पड़ेगा या नहीं. इसके साथ ही WHO ने सभी देशों को लंबी दूरी की फ्लाइट्स में मास्क पहनने की सलाह दी है. यह अपील अमेरिका में नए ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट एक्सबीबी1.5 के तेजी से फैलने के बाद की गई है.
यूरोप कार्यालय के निदेशक हैंस क्लुज ने कहा कि यूरोप पर फिलहाल इसका प्रभाव पड़ने की उम्मीद नहीं है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इसका यह मतलब नहीं है कि यूरोप को अलर्ट रहने की जरूरत नहीं है. हर तरह से तैयार रहना है. अचानक प्रतिबंधों में ढील के बाद चीन कोरोना के देशव्यापी प्रकोप से जूझ रहा है. क्लूज ने कहा कि डब्ल्यूएचओ को चीन से मिली जानकारी के आधार पर कोई खतरा नहीं है, लेकिन उभरती स्थिति पर नजर रखने के लिए चीन के हालातों पर नजर रखने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हम संतुष्ट नहीं हो सकते हैं.
चीन के यात्रियों पर कई देशों की नजर
कई देशों ने चीनी यात्रियों के लिए कोविड टेस्टिंग को जरूरी कर दिया है. ऑस्ट्रेलिया और कनाडा की फ्लाइट में सवार होने से पहले चीन के यात्रियों के लिए टेस्ट कराना अनिवार्य है. अमेरिका, भारत, जापान, दक्षिण कोरिया और कई यूरोपीय देशों सहित अन्य देशों ने चीन में संक्रमण पर डेटा की कमी और नए वेरिएंट उभरने की आशंका के बीच चीन के यात्रियों के लिए सख्त गाइडलाइन जारी की है.
दुनियाभर के लिए टेंशन बन रहा चीन!
चीन ने उन देशों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की धमकी दी है, जो चीनी यात्रियों के लिए टेस्टिंग को अनिवार्य कर रहे हैं. डब्ल्यूएचओ यूरोप के निदेशक ने कहा कि कई देश खुद को बचाए रखने के लिए यह गाइडलाइन जारी कर रहे हैं. देशों का अपनी आबादी की सुरक्षा के लिए एहतियाती उपाय करना गलत नहीं है. सभी की मांग है कि चीन आंकड़ों को भी साझा करे. इस महीने की शुरुआत में डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस घेब्रेयेसस ने कहा था कि चीन में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर वह चिंतित हैं.
ये भी पढ़ें: