नई दिल्ली: अमेरिका ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने में मदद करने के मकसद से भारत समेत 64 देशों को 17.4 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त आर्थिक सहायता देने की शुक्रवार को घोषणा की. इस राशि में से 29 लाख डॉलर मदद के तौर पर भारत को दिए जांएगे. यह फरवरी में अमेरिका की ओर से घोषित 10 करोड़ डॉलर की मदद के अलावा है।


फिलहाल घोषित की गई नई राशी सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) समेत विभिन्न विभागों और एजेंसियों के विशाल अमेरिकी वैश्विक प्रतिक्रिया पैकेज का हिस्सा है. यह वित्तीय मदद वैश्विक महामारी के खतरे का सामना कर रहे सबसे ज्यादा जोखिम वाले 64 देशों के लिए है.


अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह लैब स्थापित करने, मामलों की खोज और घटनाओं पर आधारित निगरानी को क्रियाशील बनाने और तैयारी के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की सहायता आदि में मदद करने के मकसद से भारत सरकार को 29 लाख डॉलर की मदद दे रहा है.


अमेरिकन इंटरनेशनल डेवलपमेंट एजेंसी (यूएसएआईडी) के उप प्रशासक बोनी ग्लिक के मुताबिक यह नई सहायता अमेरिका के वैश्विक स्वास्थ्य नेतृत्व को और मजबूत बनाएगा. आर्थिक मदद की घोषणा के अलावा अमेरिका अपने मित्र देशों की वेंटिलेटरों की जरूरत की आपूर्ति करने को भी तैयार है.


राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि कोरोना वायरस से बड़ी संख्या में लोगों के संक्रमित होने के बाद अमेरिका ने वेंटिलेटर और अन्य चिकित्सीय उपकरणों का उत्पादन बढ़ा दिया है और उनका प्रशासन अन्य देशों को भी इन्हें वितरित करेगा.


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