Coronavirus: दुनिया भर में कोरोना की वैक्सीन ढूंढी जा रही है. या यूं कह लीजिए कि हर देश इस होड़ में है कि वो सबसे पहले वैक्सीन बना ले. वैक्सीन बनाने का दावा तो कई देश कर रहे हैं मगर 5 देश ऐसे हैं जिनकी खोज, और दावों में दम नजर आता है. दुनिया के ये 5 देश अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, इटली और इजरायल हैं. आइए जानते हैं कि किस देश में वैक्सीन को लेकर अभी क्या स्थिति है?


अमेरिका
अमेरिका की दो कंपनियां कोरोना की वैक्सीन ढूंढ रही हैं. मॉडर्ना, जो अमेरिका की नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इनफेक्शियस डिजीज के साथ शोध कर रही है. दूसरी कंपनी फाइजर (Pfizer) है.


ब्रिटेन
ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा किया है. ब्रिटेन के दावे के मुताबिक अभी वैक्सीन का 200 अस्पतालों में करीब पांच हजार से ज्यादा लोगों पर परीक्षण हुआ है. यानी इंसानी ट्रायल हो रहा है.


चीन
चीन में कोरोना की तीन वैक्सीन का इंसानी यानी ह्यूमन ट्रायल चल रहा है. पहली वैक्सीन- चीन की कैंसिनो बॉयोलॉजिक्स, इंस्टीट्यूट ऑफ बॉयोटेक्नोलॉजी और चाइनीज एकेडमी ऑफ मिलिट्री मेडिकल साइंसेज मिलकर टेस्ट कर रहे हैं. दूसरी वैक्सीन- LV-SMENP-DC का शेंजेन जीनोइम्यून मेडिकल इंस्टीट्यूट में ट्रायल चल रहा है. तीसरी वैक्सीन- चीन के वुहान में ट्रायल चल रहा है.


इजरायल
कोरोना वैक्सीन पर सबसे बड़ा दावा किया है इजरायल ने. दावा किया गया है कि इजरायल में मौजूद दुनिया के सबसे रहस्यमयी बायोलॉजिकल रिसर्च लैब में कोरोना की वैक्सीन बन चुकी है. इजरायल के रक्षा मंत्री नैफताली बेन्नेट ने कहा, ''हमने इस बीमारी की वैक्सीन खोज ली और टेस्ट काफी आगे के स्टेज में है जल्द इसको पेटेंट भी कराने की तैयारी है. ये वैक्सीन शरीर में एंटीबॉडी बनाती है.''


इटली
इटली ने भी कोरोना की वैक्सीन तैयार करने का दावा किया है. दावे के मुताबिक इटली ने रोम के स्पल्नजानी अस्पताल में किए गए परीक्षणों के नतीजों के आधार पर एंटी बॉडीज ढूंढ निकालने की बात की है. इन दावों से कोरोना से तबाह दुनिया में उम्मीद तो जागी है. अब देखना ये है कि वैक्सीन कब आती है.


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