रूस में सौ वर्षीय एक बुजुर्ग महिला ने कोरोना वायरस को मात दे दी है. अस्पताल से डिस्चार्ज होनेवाली ये महिला सबसे ज्यादा उम्र की कोरोना वायरस पर विजय पानेवाली बन गई हैं. मॉस्को क्लीनिक में संक्रमण की चपेट में आने के बाद उनका इलाज चल रहा था. अजीब संयोग है कि बुधवार को उन्हें पूरी तरह ठीक करने का एलान किया गया ठीक उसी दिन उनका 100वां जन्म दिन था.


100वें जन्म दिन पर कोरोना से जीता जंग


रूस में 100 वर्ष की बुजुर्ग महिला ने कोरोना वायरस से जंग जीतकर अस्पताल से बाहर आ गई हैं. जिस दिन उन्हें अस्पताल से छुटकारा मिला उसी दिन उनका 100वां जन्म दिन था. Pelageya Poyarkova नाम की महिला मामूली इलाज के लिए जिस अस्पताल गई थीं, माना जा रहा है कि वहीं से उन्हें कोरोना वायरस का संक्रमण हो गया. बीमारी के लक्षण सामने आने और कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उन्हें मॉस्को ब्रेन सेंटर अस्पताल ले जाया गया. मॉस्को ब्रेन सेंटर अस्पताल को हाल ही में कोरोना वायरस मरीजों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. बुजुर्ग महिला के स्वस्थ होने पर फूलों का गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया गया.


रूस की सबसे बुजुर्ग महिला ने बीमारी को दी मात


स्वस्थ होने के बाद अस्पताल ने बताया कि 100 वर्षीय मरीज जानलेवा वायरस से पूरी तरह ठीक हो गई हैं. अस्पताल ने उन्हें मजबूत बुजुर्ग महिला बताया. अस्पताल के मुताबिक उन्हें गहन देखभाल की जरूरत नहीं पड़ी. मॉस्को में जन्मी बुजुर्ग महिला बेटी और दामाद के साथ रहती हैं. उनके पति द्वितीय विश्वयुद्ध में उनके पति मारे गए थे. पति की मौत के बाद उन्हें इकलौती बेटी की देखभाल खुद करनी पड़ी थी. इससे पहले भी स्पेन में 113 वर्षीय महिला घातक वायरस से उबर चुकी हैं.


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