लंदन: ईरान के मिसाइल हमले में गिरे यू्क्रेन के विमान में मारे गए लोगों के देशों ने उससे मांग की है कि वह घटना की ‘पूरी जिम्मेदारी’ ले और पीड़ितों के परिजनों को मुआवजा दे. कनाडा, ब्रिटेन, अफगानिस्तान, स्वीडेन एवं यूक्रेन के विदेश मंत्रियों ने ट्राफलगर स्क्वायर पर स्थित कनाडा उच्चायोग में बैठक के बाद इस संबंध में एक बयान जारी किया.


गौरतलब है कि तेहरान के इमाम खुमैनी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से आठ जनवरी को उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइन का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे इसमें सवार सभी 176 लोगों की मौत हो गयी थी. इराक में अमेरिकी सैन्य अड्डों को निशाना बना कर किये गए बैलेस्टिक मिसाइल के हमले में यह विमान गिरा था.


मरने वालों में कनाडा के 57, यूक्रेन के 11, स्वीडन के 17, अफगानिस्तान और ब्रिटेन के चार नागरिक शामिल हैं. मारे गये लोगों में ईरान के नागरिक भी हैं. कनाडा के विदेश मंत्री फ्रैंकोइस फिलिप शैंपेन ने लंदन में कहा कि हम यहां पीड़ितों के लिए जवाबदेही, पारदर्शिता और न्याय के लिए हैं.


उन्होंने कहा कि ईरान ने हादसे की जिम्मेदारी ली है, लेकिन जांच से ही इस बात का खुलासा होगा कि विमान हादसे के कारण क्या हैं और कौन जिम्मेदार है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन ने विमान हादसे के मामले की समग्र, पारदर्शी एवं स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय जांच की बात कही है.


ईरानी सेना का कबूलनामा- गलती से मार गिराया यूक्रेन का यात्री विमान, 176 की हुई थी मौत