(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
जानिए, किन देशों में बुर्का, नकाब, हिजाब पर लगा है प्रतिबंध और कहां पहनना है जरूरी
आइए जानते हैं कौन से देश में बुर्के पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा हुआ है और किस देश में इसे पहनना जरूरी है.
नई दिल्ली: ''सरकती जाए है रुख़ से नक़ाब आहिस्ता आहिस्ता , निकलता आ रहा है आफ़्ताब आहिस्ता आहिस्ता'' शायर अमीर मीनाई ने कितनी आसानी से कह दिया कि रुख़ से नक़ाब सरक रहा है और ऐसा लग रहा है जैसे सूर्य उदय हो रहा हो. लेकिन शायरों की दुनिया काल्पनिक भी होती है और जब बात वास्तविक दुनिया की हो तो इसके नियम और कायदे बिल्कुल अलग होते हैं. वास्तविक जीवन में जब हिजाब, नकाब और बुर्के पर बात होती है तो बहस होने लगती है कि क्या यह सही है या नहीं. लोग अपने-अपने तर्क देते हैं. कोई इसे महिलाओं की आजादी के खिलाफ बताता है तो कोई इसे घार्मिक परिधान बता कर इसका बचाव करता है. ऐसे में आइए जानते हैं कौन से देश में बुर्के पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा हुआ है और किस देश में इसे पहनना जरूरी है, लेकिन इससे पहले कि हम अलग-अलग देशों के कानून पर बात करें आइए जानते हैं हिजाब, नकाब और बुर्के में क्या अंतर है ?
बुर्का, हिजाब और नकाब में अतंर
बुर्का परिधान में मुस्लिम महिलाओं का पूरा शरीर ढका होता है. आंखों के लिए बस एक जालीनुमा कपड़ा होता है. वहीं हिजाब में बाल, कान, गला और छाती को कवर किया जाता है. इसमें कंधों का कुछ हिस्सा भी ढंका होता है, लेकिन चेहरा दिखता है. नकाब में पूरे चेहरे को ढंका जाता है. सिर्फ आंखें ही दिखती हैं. अक्सर लंबे काले गाउन के साथ नकाब पहना जाता है. नकाब पहनने वाली महिलाएं ज्यादातर उत्तरी अफ्रीका और मध्य पूर्व में दिखायी देती हैं. इसके अलावा अल अमीरा, चिमार और चादर भी मुस्लिम महिलाओं के परिधान में शामिल है.
किस देश में हैं क्या नियम
सऊदी अरब
सऊदी अरब में महिलाओं को अबाया जो एक ढीली-ढाली पोशाक होती है उसे हिजाब, नकाब या बुर्का के साथ पहनना जरूरी है. यह परिधान महिलाओं के शरीर को सिर से लेकर पैर तक ढक देता है. सऊदी अरब में महिलाओं को उन सभी जगहों पर अबाया पहनना पड़ता है जहां वे उन पुरुषों द्वारा देखे जा सकते हैं जो उनसे संबंधित नहीं हैं.
बता दें कि इस्लाम अफगानिस्तान के 99 प्रतिशत से नागरिकों का धर्म है. लगभग 90 प्रतिशत आबादी सुन्नी इस्लाम से सबंध रखती है.
ईरान
1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद से ईरान में हिजाब पहनना अनिवार्य है. महिलाओं को सार्वजनिक जगहों पर ढीले-ढाले कपड़े पहनने और सिर और गर्दन ढकने का आदेश है. बता दें कि सीआईए वर्ल्ड फैक्टबुक के मुताबिक ईरानियों में लगभग 90-95 प्रतिशत लोग इस्लाम के शिया शाखा से संबंध रखते हैं. इस्लाम की सुन्नी और सूफी शाखाओं के लगभग 5-10 प्रतिशत जनसंख्या है. एक इस्लामिक देश होने के कारण ईरान में महिलाओं के पोशाक को लेकर नियम काफी सख्ती से माने जाते हैं.
पाकिस्तान
पाकिस्तान भी एक मुस्लिम बहुल देश हैं लेकिन वहां ऐसा कोई कानून नहीं है जो बुर्का पहनने और अन्य परिधानों से चेहरे को ढकने के लिए अनिवार्यता की वकालत करता हो. हालांकि, देश में मुस्लिम महिलाओं के बीच बुर्का पोशाक काफी आम है.
इंडोनेशिया
इंडोनेशिया एक मुस्लिम बहुल देश है जहां महिलाओं को यह तय करने की अनुमति दी जाती है कि वे हिजाब और दूसरी तरह की मुंह को ढकने वाले पोशाक पहनना चाहती हैं या नहीं.
वह देश जहां बुर्का पूरी तरह प्रतिबंधित है
फ्रांस
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी ने 2010 में इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था. उन्होंने कहा था इससे महिलाओं को बराबरी का अधिकार मिलेगा. फ्रांस कानून के मुताबिक बुर्का और नकाब पर पूरी तरह बैन लगा बहुआ है और अगर कोई भी इस नियम का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
चाइना
चाइना में पब्लिक बस में स्कार्फ पहनने की अनुमति नहीं है. जो ऐसा करते हैं उन्हें बसों में सवारी नहीं करने दिया जाता है.
डेनमार्क
डेनमार्क ने चेहरे को ढकने वाले सभी तरह के स्कॉर्फ पर बैन लगा रखा है. साल 2018 में इसको लेकर डेनमार्क की संसद में कानून पारित हुआ था. इस काननू के तहत डेनमार्क की पुलिस को यह अधिकार है कि अगर वह किसी महिला का चेहरा नकाब या बुर्का या किसी भी तरह से ढका हुआ देखते हैं तो उनको फाइन कर सकते हैं और हटाने को कह सकते हैं. पहली बार नियम का उल्लंघन करते हुए पकड़े जाने पर 1000 डैनिश क्रोन और दूसरी बार पकड़े जाने पर 10000 डैनिश क्रोन देने होते हैं.
जर्मनी
साल 2017 में जर्मनी में सरकारी कर्मचारी, जज और सैनिकों के पर पूरा चेहरा ढकने पर प्रतिबंध लगा दिया.
श्रीलंका
हाल में ही हुए आतंकी हमले के बाद श्रीलंका ने भी सार्वजनिक जगहों पर चेहरे को पूरी तरह से ढकने पर प्रतिबंध लगा दिया है.
बेल्जियम
बेल्जियम में 20011 से ही बुर्का और नकाब प्रतिबंधित हैं. इस नियम को तोड़ने की वजह से 24 अगस्त 2016 तक 60 महिलाओं के खिलाफ मुकदमा चलाया गया.
नीदरलैंड
नीदरलैंड ने 2016 में कुछ जगहों पर इसे प्रतिबंधित कर दिया. नियम के मुताबिक स्कूल के साथ-साथ उन जगहों पर जहां पहचान के लिए चेहरे देखना जरूरी हो जैसे एयरपोर्ट वहां पर यह नियम लागू होते हैं.
कैमरुन
साल 2015 में कैमरुन में बुर्का पर तब प्रतिबंध लगाया गया जब वहां दो महिलाओं ने इस परिधान का इस्तेमाल कर आत्मघाती हमला कर दिया था. इस हमले में 13 लोगों की मौत हो गई थी.
इटली इटली के लोम्बार्डी में किसी भी महिला के बुर्का पहनने पर रोक है. यह रोक खास तौर पर अस्पताल और सार्वजनिक जगहों पर है.
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