नई दिल्ली: मुस्लिमों के अमेरिका में एंट्री पर लगे बैन को हटा लिया गया है. वाशिंगटन की एक कोर्ट ने राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के फैसले को पलट दिया है. जज के इस फैसले पर ट्रंप भड़क गए हैं, उन्होंने कहा है कि इस फैसले को फिर बदल देंगे.


ट्रंप को सिएटल की अदालत से झटका लगा है. इससे पहले शुक्रवार को बोस्टन की अदालत ने भी ट्रंप के फैसले को गलत बताया था. लेकिन वॉशिंगटन की अदालत का फैसला अब पूरे अमेरिका में लागू हो गया है.


व्हाइट हाउस इस प्रतिबंध को फिर से लागू करने पर काम कर रहा है. दूसरी ओर ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश द्वारा नियुक्त किये गये अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट जज जेम्स रॉबर्ट की खिल्ली उड़ाते हुये उन्हें ‘‘तथाकथित जज’’ बताया और कहा कि उनका ‘‘बेतुका’’ फैसला पलट जाएगा.


ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, ‘‘चूंकि एक जज ने प्रतिबंध हटा दिया है, कई सारे बुरे और खतरनाक लोग हमारे देश में घुस सकते हैं. एक भयानक फैसला.’’ व्हाइट हाउस ने बताया कि न्याय विभाग इस फैसले को चुनौती देगा.


इसके बाद ट्रंप ने बयान जारी कर फिर कहा कि उनका फैसला अमेरिका से आतंकवादियों को दूर रखने वाला था. ट्रंप की ओर से जारी बयान में कहा गया, ''मैं ये कभी नहीं भूलूंगा कि मेरी जिम्मेदारी अमेरिका के लोगों को सुरक्षित और आजाद रखने की है. इसलिए मैंने पिछले हफ्ते आदेश पर हस्ताक्षर किया था ताकि आतंकवादी अमेरिका से दूर रहें.''


विवादित अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के विवादित फैसले पर लगी रोक के बाद अब अमेरिका में हर उस आदमी की एंट्री हो सकती है जिसके पास वैध वीजा है. अमेरिका के आंतरिक सुरक्षा विभाग के मुताबिक ट्रंप के फैसले के बाद 60 हजार से ज्यादा वीजा रद्द हो गए थे.


कोर्ट के फैसले के बाद फिलहाल तो मुस्लिमों के बैन पर रोक लगती दिख रही है लेकिन ट्रंप भी पीछे हटते नहीं दिख रहे हैं. ऐसे में ये कहना मुश्किल है कि कब तक मुस्लिमों की एंट्री पर बैन हटा रहेगा.


आपको बता दें कि ट्रंप सरकार ने सात मुस्लिम देशों के नागरिकों के अमेरिका में आने पर कम से कम 90 दिनों तक का बैन लगा दिया था. जिसके बाद अमेरिका सहित पूरी दुनिया में ट्रंप के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं