बीजिंग: चीन ने शुक्रवार को दावा किया कि कोरोना वायरस का संक्रमण पिछले साल दुनिया के विभिन्न हिस्सों में फैला था लेकिन उसने सबसे पहले इस संबंध में जानकारी दी और कार्रवाई की.
चीन ने अमेरिका के उन आरोपों को खारिज किया कि कोविड-19 वुहान में एक जैव-प्रयोगशाला से उभरा है. उन्होंने इस आरोप को भी खारिज किया कि मनुष्यों को संक्रमित करने से पहले यह चमगादड़ या पैंगोलिन से मध्य चीनी शहर में उभरा था.
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने पत्रकार सम्मेलन में बताया, ‘‘कोरोना वायरस एक नये तरह का वायरस है क्योंकि अधिक से अधिक तथ्य और रिपोर्ट सामने आ रही है. हम सभी जानते हैं कि पिछले साल के अंत में दुनिया के विभिन्न स्थानों पर महामारी फैल गई थी, जबकि चीन ने सबसे पहले इस महामारी के बारे में जानकारी दी थी, इसकी पहचान की थी और विश्व के सामने इसकी जीनोम श्रृंखला साझा की थी.’’
चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) द्वारा पर्दा डाले जाने के अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ के आरोपों के जवाब में हुआ की टिप्पणियां सामने आईं.
‘जॉन्स हॉपकिन्स कोरोना वायरस रिसोर्स सेंटर’ के अनुसार इस महामारी से दुनियाभर में 3.6 करोड़ लेाग संक्रमित हो चुके हैं और दस लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. दुनिया में अमेरिका कोविड-19 से सबसे अधिक प्रभावित देश है जहां 76 लाख से अधिक मामले सामने आये है और संक्रमण से 2,12,000 से अधिक लोगों की मौत हुई हैं
चीन में कोरोना वायरस के 90,736 मामले सामने आये है और इस महामारी के कारण 4,739 लोगों की मौत हुई है. प्रवक्ता ने कहा कि जनवरी में सीपीसी पोलित ब्यूरो ने महामारी पर चर्चा की थी और इस वायरस पर 31 प्रांतों और नगर पालिकाओं की एक बैठक बुलाई गई थी.
उन्होंने कहा, ‘‘चीन ने 23 जनवरी को वुहान में लॉकडाउन लगा दिया था और तब चीन के बाहर कोरोना वायरस के केवल नौ मामले थे और अमेरिका में केवल एक मामला सामने आया था.’’