Tourism Sector: दुनिया भर में बढ़ रहे कोरोना के मामलों (Corona Cases) ने देश के साथ-साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था को भी तहस नहस कर दिया है. इस महामारी ने टूरिज्म सेक्टर को काफी प्रभावित किया है. कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए एक देश से दूसरे देश जाने पर लगाए जाने वाले प्रतिबंधों को देखते हुए फिलहाल यह कह पाना मुश्किल है कि टूरिज्म सेक्टर जल्द ही पटरी पर वापस आ सकती है. दरअसल वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन (World Tourism Organization)  ने मंगलवार को कहा कि साल 2024 तक टूरिज्म सेक्टर के महामारी के पहले के स्तर पर लौटने की उम्मीद नहीं है. 


UN एजेंसी के वर्ल्ड टूरिज्म बैरोमीटर के अनुसार, कोरोना के नए और तेजी से फैलने वाले वेरिएंट ओमिक्रोन (Omicron Variant) पहले के वेरिएंट की तुलना में कम गंभीर है लेकिन इसके फैलने की रफ्तार के कारण यह टूरिज्म क्षेत्र की "रिकवरी को बाधित" करेगा. बैरोमीटर के अनुसार टूरिज्म क्षेत्र में पिछले साल यानी 2021 में साल 2020 के मुकाबले चार प्रतिशत की वृद्धि देखी गई थी.


2020 में पर्यटन विभाग से आय में 72 फीसदी की कमी


जबकि कोरोना महामारी आने से पहले यानी साल 2019 की तुलना में साल 2020 में पर्यटन विभाग के आय में 72 फीसदी की कमी आई थी. बता दें कि साल 2020 में पूरी दुनिया कोरोना की पहली लहर के चपेट में आ चुका था. संयुक्त राष्ट्र वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन (UNWTO) ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण आने जाने के साधनों पर प्रतिबंध के चलते दुनियाभर में टूरिज्म सेक्टर में रिकवरी की रफ्तार धीमी बनी हुई है." बयान में कहा गया, "2021 में पर्यटन का आर्थिक योगदान 1.9 ट्रिलियन डॉलर (1.68 ट्रिलियन यूरो) रहने का अनुमान है, जो 2020 के 1.6 ट्रिलियन डॉलर से ऊपर है, लेकिन यह महामारी के पहले के 3.5 ट्रिलियन डालर के स्तर से अब भी काफी नीचे है."


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